दो समुदायों के बीच नफरत पैदा करने और आतंकवादी गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए युवकों को उकसाने जैसे गंभीर आरोपों का सामना कर रहे विवादास्पद इस्लामी प्रचारक जाकिर नाइक को झटका देते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लांड्रिंग निरोधी कानून के तहत उसके 50.46 करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त कर लिया है। ईडी ने जाकिर नाइक की 193.06 करोड़ रुपए की काली कमाई पहचान ली है। फिलहाल मलेशिया में रह रहे नाइक के खिलाफ यह मामला 22 दिसंबर 2016 को दर्ज किया गया था।
Enforcement Directorate has attached total properties of Zakir Naik worth Rs 50.46 crore https://t.co/Gwo3KS0CmE
— ANI (@ANI) May 2, 2019
2017 में घोषित हुआ था अपराधी, 2016 में भारत छोड़ भागा था
जून 2017 में एनआइए की विशेष अदालत ने जाकिर नाइक को अपराधी घोषित किया था। शीर्ष आतंकरोधी एजेंसी ने 1 अक्टूबर 2017 को जाकिर नाइक के खिलाफ घृणा फ़ैलाने वाले भाषण देने, समुदायों के बीच दुश्मनी फ़ैलाने वाले भाषण देने, और लोगों को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए उकसाने का भी आरोपपत्र दायर किया था। इससे पहले ही नाइक 2016 में हिंदुस्तान छोड़ भाग खड़ा हुआ था।
बांग्लादेश हमलावरों का था ‘प्रेरणास्रोत’
जाकिर नाइक भारत से तब भाग खड़ा हुआ जब 18 विदेशी नागरिकों समेत 29 लोगों को ढाका के आतंकी हमले (जुलाई 2016) में मारने वालों के प्रेरणास्रोत के तौर पर नाइक की ओर सूई घूमी। कुछ महीने पहले नाइक ने हिंदुस्तान की सरकार पर आरोप लगाते हुए यह भी दावा किया था कि उसे फँसाने के लिए हिन्दुस्तानी सरकार इंटरपोल पर उसके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने के लिए दबाव बना रही है।