विदेश मंत्रालय के एक ड्राइवर को नई दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू भवन से जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह पैसों के बदले पाकिस्तान को गुप्त सूचनाएँ और दस्तावेज मुहैया कराता था। बताया गया है कि वह जिस व्यक्ति को जानकारी देता था, वह पूनम शर्मा या पूजा के रूप में उसे बेवकूफ बना रहा था। ANI के अनुसार, इसके पीछे पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी आईएसआई (ISI) का हाथ है।
Delhi Police with the help of security agencies arrested a driver working in Ministry of External Affairs (MEA) for passing confidential and sensitive information to Pakistan. The driver was honey-trapped by Pakistan ISI: Sources pic.twitter.com/VuVAwltppO
— ANI (@ANI) November 18, 2022
ड्राइवर को गिरफ्तार करने वाले दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि ड्राइवर हनीट्रैप (Honeytrap) के मामले में फँसा हुआ था। ड्राइवर पैसे के एवज में पाकिस्तान के एक अधिकारी को सूचना या दस्तावेज भेज रहा था।
हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्रालय में तैनात आरोपित ड्राइवर का नाम श्रीकृष्ण बताया जा रहा है। उसके पास एक लड़की की तस्वीर और वीडियो बरामद हुई है। पाकिस्तानी जासूस ने विदेश मंत्रालय के ड्राइवर को फँसाने के लिए फर्जी आईडी दिखाई थी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक वह पूनम शर्मा नाम की जिस महिला के संपर्क में था, उसने ड्राइवर को बताया था कि वह कोलकाता में रहती है। अब पुलिस और ख़ुफ़िया अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि विदेश मंत्रालय में काम करने वाले अन्य कर्मचारी कहीं इस मामले में शामिल तो नहीं हैं।
इससे पहले अगस्त 2022 में 46 वर्षीय एक व्यक्ति को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में राजस्थान पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था। उस शख्स को 2016 में भारतीय नागरिकता मिली थी। भागचंद नाम के जासूस का जन्म पाकिस्तान में हुआ था और वह 1998 में अपने परिवार के साथ दिल्ली आया था। जासूस ने 2016 में भारतीय नागरिकता प्राप्त की और दिल्ली में एक टैक्सी चालक और मजदूर के रूप में काम करना शुरू किया। भागचंद पाकिस्तान में अपने रिश्तेदारों के जरिए अपने आकाओं के संपर्क में था।