केंद्र सरकार इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक के मोबाइल ऐप को धार्मिक घृणा फैलाने के कारण प्रतिबंधित करने की योजना बना रही है। इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) द्वारा केंद्रीय गृह मंत्रालय को दी गई रिपोर्ट के अनुसार, नाइक के ऐप तथा सोशल मीडिया हैंडल भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त हैं तथा इनके माध्यम से मजहब विशेष के युवाओं को भर्ती करने और कट्टरपंथी बनाने का कार्य किया जा रहा है।
रिपोर्ट यह भी बताती है कि जाकिर नाइक की संस्था के सम्बंध जिहादी समूहों से हैं तथा इसे भारत में जिहादी प्रोपेगेंडा को बढ़ाने के लिए अरब मुल्कों से आर्थिक मदद मिलती है।
आईबी व एनआईए के शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक केंद्रीय गृह मंत्रालय के दिल्ली स्थित कार्यालय में हुई, जिसमें इस विषय पर चर्चा की गई की जाकिर नाइक द्वारा अभद्र भाषा में पोस्ट किए गए विभिन्न भड़काऊ वीडियो देश के सांप्रदायिक सौहार्द के लिए खतरा है।
नफरत फैलाने वाले भाषण प्रसारित करने तथा बार-बार अपने चैनलों के माध्यम से हिंसा भड़काने के कारण ब्रिटेन के मीडिया वॉचडॉग ऑफकॉम द्वारा नाइक के चैनलों पीस टीवी और पीस टीवी उर्दू पर 2.75 करोड़ रूपए का जुर्माना लगाया गया। जाकिर नाइक हवाला कारोबार तथा अतिवादी विचारों को उकसाने वाले भड़काऊ भाषण देने के कारण भारत में वांछित अपराधी है, जिसका नाम एनआईए की मोस्ट-वांटेड सूची में भी शामिल है।
पिछले वर्ष, उसने फ्री पीस टीवी ऐप नाम से एक मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च किया था, जिसको गूगल प्ले स्टोर पर एक लाख से अधिक बार डाउनलोड किया गया था, जिसका 3 वर्ष से अधिक आयु वाले उपयोग कर सकतें है। इस ऐप पर चार भाषाओं, अंग्रेजी, उर्दू, बंगला तथा चीनी में चौबीसों घण्टे भड़काऊ कंटेंट टेलीकास्ट किया जाता है। इस ऐप के माध्यम से, नाइक के टीवी चैनल का प्रसारण पूरे भारत में आसानी से होता है भले ही उसका चैनल प्रतिबंधित हो। पड़ोसी देशों बांग्लादेश तथा श्रीलंका में नाइक का यह ऐप पहले से ही बैन है।
गौरतलब है कि इससे पहले लव जिहाद के मामले में भी एनआईए ने जाकिर नाइक को नामजद किया था। एनआईए ने चेन्नई के एक व्यवसायी की बेटी तथा बांग्लादेश के एक राजनेता के बेटे, जो पूर्व बांग्लादेशी प्रधानमंत्री खालिदा जिया के दल से सम्बद्ध है से जुड़े लव जिहाद के मामले में जाकिर नाइक को नामजद किया है। इसी मामले में केंद्रीय जाँच एजेंसी द्वारा पाकिस्तान के भी दो कट्टरपंथी प्रचारकों को नामजद किया गया है।
हाल ही में, इस फरार इस्लामिक उपदेशक ने एक वीडियो वीडियो अपलोड किया था। जिसमें उसने भारत के समुदाय विशेष से आईएएस/आईपीएस की नौकरियों में जाने के अपील की थी ताकि वे इस्लाम की रक्षा के लिए पर्याप्त मजबूत हो सकें।
गौरतलब है कि इससे पहले भारत सरकार ने चीन के सैकड़ों मोबाइल ऐप बैन कर दिए हैं। जिससे चीन भारी नुकसान के कारण बौखलाया हुआ है।