भारत के कई राज्यों में अपने कदम फैला रहे खालिस्तान के खिलाफ केंद्रीय गृह मंत्रालय (Home Ministry) और सख्त हो गया है। MHA की ओर से NIA, ED, IB और RAW सहित कई राज्यों की पुलिस को भी भारत में पनप रहे खालिस्तानी नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के निर्देश दिए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्र सरकार (Central Government) अब खालिस्तानी नेटवर्क और ड्रग ट्रैफिकिंग मॉड्यूल के विरुद्ध एक्शन मोड में आ गई हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार 19 अगस्त को NIA, ED, IB और ROW के साथ हुई अहम बैठक में एक बड़ा फैसला लिया। MHA ने ‘राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA)’ और अन्य जाँच एजेंसियों को दिल्ली से सटे 5 राज्यों में खालिस्तानी नेटवर्क को खत्म करने के निर्देश दिए हैं।
आपको बताते चलें कि शुक्रवार को आयोजित इस बैठक में दिल्ली पुलिस के साथ-साथ 5 अन्य राज्यों की पुलिस भी शामिल रहीं। तमाम जाँच एजेंसियों का खालिस्तानी एक्टिविटी पर नजर रखने और केस दर्ज करने को कहा गया है। बता दें कि कुछ महीने पहले दिल्ली और आसपास के राज्यों में IED और विस्फोटक बरामद हुए थे।
वहीं जाँच एजेंसियों का यह मानना है कि इन सब में ISI और पाकिस्तान में मौजूद खालिस्तानी संगठनों का हाथ हो सकता है। जाँच एजेंसियों की माने तो ये संगठन देश में बड़े हमले को अंजाम देना चाहते हैं। उसके लिए इन संगठनों को विदेशों से फंडिंग हो रही। NIA इसकी भी जाँच करेगी कि इन संगठनों को विदेशी फंडिंग कहां से आ रही है।
भारत सरकार के टारगेट पर हैं 5 खालिस्तानी संगठन
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के टारगेट पर मुख्यत: 5 खालिस्तानी संगठन हैं। इस सूची में सिख यूथ फेडरेशन (SYF), सिख फॉर जस्टिस (SFJ), खालिस्तानी लिबरेशन फ्रंट (KLF), खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) और बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) जैसे बड़े खालिस्तानी संगठनों के नाम भी शामिल किए गए हैं।
बता दें कि बीते कुछ समय से खालिस्तानी नेटवर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। इस काम में सबसे ज्यादा अपनी सक्रियता सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) दिखा रहा है। लेकिन, इस बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उसके ही गाँव के लोगों ने पन्नू की खूब आलोचना की और युवाओं ने अपने स्तर पर तिरंगा रैली भी निकाली। इससे पहले कुछ युवाओं ने तो पन्नू के घर पर ही तिरंगा फहराया दिया था, जबकि पन्नू ने सबसे तिरंगा ना फहराने की अपील की थी।