सीमा पर भारत और चीन के बढ़ते तनाव के बीच चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने अरुणाचल प्रदेश से लापता पाँच युवाओं को शनिवार को रिहा कर दिया है। भारतीय सेना ने एक प्रेस रिलीज जारी कर यह जानकारी दी है।
Indian Army says Chinese PLA has handed over to them 5 missing Indian Nationals. The 5 youth from Arunachal Pradesh had gone missing few days ago from the border area. Army says they were hunters. Earlier reports suggested that they were Indian Army porters. pic.twitter.com/I8qAbzUajH
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) September 12, 2020
भारतीय सेना के बयान के अनुसार, सभी औपचारिकाताएँ पूरी करने के बाद सभी पाँचों लोगों को किबितू सीमा के पास वाचा में रिसीव किया गया है। वापस आए सभी लोगों को कोरोना वायरस प्रोटोकॉल के अनुसार 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा और उसके बाद ही उनके परिवार को सौंपा जाएगा।
Indian Army took over all five individuals (missing from Arunachal Pradesh) at Kibitu today after completing all formalities. Individuals will now be quarantined for 14 days as per COVID-19 protocol and will thereafter be handed over to their family members: PRO Defence, Tezpur https://t.co/4mI5xpxAiu
— ANI (@ANI) September 12, 2020
गौरतलब है शुरू में यह रिपोर्ट किया गया था कि चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों को पकड़ लिया है। वहीं इस अफवाह के बाद भारतीय सेना ने एक बयान जारी कर बताया था कि पकड़े गए लोग अरुणाचल प्रदेश के रहने वाले शिकारी थे। जो शिकार के दौरान अनजाने में एलएसी की दूसरी तरफ भटक गए थे।
बयान में आगे कहा गया कि, LAC को गलती से पार करने की ऐसी घटनाएँ अतीत में बहुत बार हुई हैं और भारतीय सेना लगातार खोए हुए स्थानीय लोगों का पता लगाने और उनको वापस घर लौटाने का काम किया है। इस तरह की लगभग तीन घटनाएँ इस साल हुई है। जिनमें ऊपरी सबनसिरी जिला और पश्चिम सियांग जिला शामिल है। सभी भटके हुए व्यक्तियों को भारतीय सेना द्वारा लगातार प्रयासों और समन्वय के माध्यम से घर वापस लाया गया।
सेना ने बताया, “हालिया ऊपरी सुबनसिरी जिले के पाँच व्यक्तियों ने भी अनजाने में हाल ही में एलएसी पार कर लिया था। भारतीय सेना ने उन्हें ट्रेस किया और वापस करने के लिए हॉटलाइन पर PLA से संपर्क किया। 8 सितंबर को, हॉटलाइन पर प्रतिक्रिया की पुष्टि हुई कि लापता व्यक्तियों का पता लगाया गया था।”