भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे ऑलराउंडर और जम्मू-कश्मीर क्रिकेट टीम के मेंटर इरफ़ान खान को घाटी छोड़ घर लौट जाने को कहा गया है। घाटी में बढ़ रहे तनाव और स्वतन्त्रता दिवस समेत कई त्यौहारों पर मंडरा रहे आतंकी हमले के मद्देनज़र यही सलाह उनके कैम्प में आए 100 अन्य युवा क्रिकेटरों को भी दी गई है। इरफ़ान को भारी सुरक्षा इंतज़ाम के साथ सुरक्षा बल श्रीनगर एयरपोर्ट तक छोड़ने भी गए, जहाँ से वह हवाई मार्ग से अपने घर लौटेंगे।
J&K: Irfan Pathan asked to leave the state amid prevailing tensions, gets escorted with heavy securityhttps://t.co/nH2KIVPbs7
— Republic (@republic) August 4, 2019
सपोर्ट स्टाफ़ को भी कहा गया जाने को
इरफ़ान पठान जम्मू-कश्मीर क्रिकेट टीम के मेंटर के तौर पर पिछले कुछ समय से घाटी में ही थे। उनके साथ सपोर्ट स्टाफ़ के तौर पर कोच मिलाप मेवाड़ा और ट्रेनर सुदर्शन वीपी भी थे, जो घाटी के नहीं बल्कि राज्य से बाहर के हैं। उन्हें भी घर जाने को कह दिया गया है। इन सभी के अलावा जम्मू कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (जेकेसीए) के कैम्प के लिए शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम, श्रीनगर में इकट्ठा करीब 100 युवा क्रिकेटरों को भी उनके घर भेज दिया गया है। इनमें अंडर-19 और अंडर-16 के खिलाड़ी भी शामिल हैं।
हाल में तनाव बढ़ने पर सरकार ने अमरनाथ यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं और कश्मीर घूमने गए पर्यटकों को भी उनके घर लौट जाने की एडवाइजरी जारी की है। जिहादी हमले की आशंका के मद्देनज़र यह कदम उठाया गया है। इसके अलावा पिछले एक पखवाड़े में हज़ारों अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त तैनाती घाटी में सुरक्षा इंतज़ामों को चाक-चौबंद करने के लिए की गई है।