दिल्ली के भलस्वा डेरी क्षेत्र से गिरफ्तार आतंकियों जगजीत उर्फ याकूब और नौशाद को लेकर नए खुलासे हुए हैं। बताया जा रहा है कि दोनों पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के K2 (कश्मीर-खालिस्तान) डेस्क के ऑर्डर पर काम कर रहे थे। इनके निशाने पर हिंदुवादी नेता थे। इन्होंने दिल्ली में एक हिंदू के टुकड़े-टुकड़े कर वीडियो बनाए थे। यह वीडियो पाकिस्तान में अपने आकाओं को भेजे भी थे।
रिपोर्ट के अनुसार इन दोनों आतंकियों को पंजाब में 4 हिंदुवादी नेताओं को खत्म करने का टारगेट दिया गया था। इनमें दो नेता शिवसेना के हैं। इन आतंकियों को K2 डेस्क कंट्रोल कर रहा था। कश्मीर के साथ-साथ पंजाब में आतंक फैलाने के इरादे से आईएसआई ने यह डेस्क बनाया है।
#ISITerrorTentacles
— TIMES NOW (@TimesNow) January 16, 2023
Delhi police revealed that two terror suspects Naushad and Jagjit who were arrested in Delhi had killed a man only to demonstrate their capabilities to their handlers.@priyanktripathi shares the latest updates with @anchoramitaw & @MalhotraShivya pic.twitter.com/VwsjT33BVa
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गिरफ्तार आतंकियों से मिली जानकारी दिल्ली पुलिस अब पंजाब पुलिस से साझा करने जा रही है। जगजीत उर्फ याकूब और नौशाद द्वारा विदेशों और स्थानीय लोगों से हुई बातचीत की डिटेल भी निकाली जा रही है। पुलिस इन्हें हथियार मिलने के बारे में भी जानकारी जुटा रही है। यह भी बताया जा रहा है कि नौशाद करीब 1 महीने से स्पेशल सेल की निगरानी में था। बावजूद उसने उसने एक व्यक्ति की हत्या कैसे की, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार नौशाद और जगजीत ने अपने हैंडलर्स को जो वीडियो भेजा था, वह 37 सेकेंड का था। अपनी क्षमता बताने के लिए दोनों ने राजकुमार की हत्या कर यह वीडियो भेजा था। रिपोर्ट के अनुसार राजकुमार के 9 टुकड़े किए गए थे। वह जहाँगीरपुरी इलाके में फुटपाथ पर रहता था, इसलिए आतंकियों को वह आसान टारगेट लगा। 15 दिसंबर 2023 को वे राजकुमार को नशा कराने का झाँसा देकर भलस्वा डेयरी स्थित अपने घर ले गए। वहाँ उसका गला रेतने के बाद शव के टुकड़े-टुकड़े किए। पाकिस्तानी आकाओं को भेजने के लिए इसका वीडियो भी बनाया।
यह वीडियो नौशद के मोबाइल से मिला है। जिसे वीडियो भेजा गया उसका नाम सलमान बताया जा रहा है। दोनों को अन्य टारगेट के भी कत्ल के वीडियो बनाकर भेजने के निर्देश मिले थे। दोनों को देश में दंगे और साम्प्रदयिक तनाव फैलाने का आदेश दिया गया था।
इनका पाकिस्तान से कनेक्शन दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद आतंकी मोहम्मद आरिफ और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी सोहैल ने करवाया था। मोहमद आरिफ लाल किले पर हमले का दोषी है। साल 2018 में सोहैल पाकिस्तान चला गया था। 2022 में जब नौशाद जेल से बाहर आया] तब उसने पाकिस्तान में सोहैल से सम्पर्क साधा था।
दोनों आतंकियों की गिरफ्तारी 12 जनवरी 2023 को हुई थी। 56 साल का नौशाद पाकिस्तानी आतंकी समूह हरकत-उल-अंसार से जुड़ा बताया जा रहा है। वह हत्या के 2 मामलों में उम्रकैद और विस्फोटक अधिनियम के एक केस में 10 साल की सजा भी काट चुका है। वहीं जगजीत सिंह के देविंदर बंबीहा गिरोह समूह से जुड़े होने का शक है। 29 साल के जगजीत के खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप से भी संबंधों का शक है। जग्गा उत्तराखंड में दर्ज हत्या के एक मामले में पैरोल मिलने के बाद फरार हो गया था।