ईस्टर के मौके पर रविवार (अप्रैल 21, 2019) को श्रीलंका में सीरियल ब्लास्ट की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने अब भारत में भी धमाका करने की धमकी दी है। इस्लामिक स्टेट ने एक पोस्टर के जरिए भारत में भी धमाके करने की धमकी दी है। आईएस समर्थित एक टेलिग्राम चैनल ने बांग्ला भाषा में एक पोस्टर मैसेज भी जारी किया है। पोस्टर में लिखा है, “शीघ्र आश्छी, इंशाअल्लाह…” जिसका मतलब है, “जल्द आ रहे हैं।” पोस्टर पर अल मुरसालात का लोगो भी लगा हुआ है। इस पोस्टर को देखकर आशंका जताई जा रही है कि आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट भारत में भी आत्मघाती हमले कर सकता है। सुरक्षा एजेंसियाें ने इस संदेश को काफी गंभीरता से लिया है और इसकी वजह से पश्चिम बंगाल में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
Islamic State offshoot circulates poster saying “coming soon, inshallah” in Bengali. Intel agency probing if an attack in Bangladesh or West Bengal being planned. pic.twitter.com/l4UMTVMCZ1
— Raj Shekhar Jha (@rajshekharTOI) April 27, 2019
शनिवार (अप्रैल 27, 2019) को कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मामले की पुष्टि की और साथ ही ये भी बताया कि एसटीएफ ने पश्चिम बंगाल की सीमा के आस-पास के सभी क्षेत्रों में संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी शुरू कर दी है। इसके साथ ही आतंकी मंसूबे को नाकाम करने के लिए पुलिस और भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ भी आपसी समन्वय स्थापित किया गया है। इसके साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की खुफिया एजेंसियाँ सीमावर्ती क्षेत्रों में व्यापक तौर पर जाँच अभियान चला रही हैं।
बता दें कि, पश्चिम बंगाल में पहले से ही इस्लामिक स्टेट की मौजूदगी है। जमात-उल-मुजाहिदीन (जेएमबी) नामक स्थानीय आतंकवादी संगठन के एक हिस्से के साथ आईएस जुड़ा हुआ है। इसी साल फरवरी में कोलकाता के बाबूघाट इलाके से जेएमबी का एक आतंकी अरिफुल इस्लाम को गिरफ्तार किया गया था। वह 2018 में होने वाले बोधगया विस्फोट में शामिल था। इस दौरान पूछताछ में उसने असम में बढ़ रहे आतंकी संगठन के साथ ही चिराग असम में जमात-उल-मुजाहिदीन के ट्रेनिंग कैंप होने का भी खुलासा किया था।
गौरतलब है कि जमात-उल- मुजाहिदीन ने तीन साल पहले भी पश्चिम बंगाल के कई जिलों में पोस्टर चिपकाया था और इस पोस्टर के जरिए वहाँ के स्थानीय युवाओं से आतंकी संगठन से जुड़ने की अपील की थी। इस्लामिक स्टेट द्वारा भेजे गए इस मैसेज के बाद राज्य की सुरक्षा एजेंसियाँ विशेष तौर पर आतंकी नेटवर्क का पता लगाने और उसे नाकाम करने में जुट गई हैं।