हिमाचल प्रदेश विधानसभा भवन में खालिस्तानी झंडे लगाने के मामले में अब पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। हिमाचल पुलिस ने इस मामले में सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के जनरल काउंसिल गुरपतवंत सिंह पन्नू को मुख्य आरोपित बनाया है। साथ ही एक एफआईआर भी दर्ज की गई है, जिसमें यूएपीए (UAPA) समेत कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
Himachal Pradesh | An FIR has been registered u/s 153-A, 153-B IPC and section 3 of HP Open Places (Prevention of Disfigurement) Act, 1985 relating to hoisting the banners & graffiti of Khalistan on the outer
— ANI (@ANI) May 8, 2022
the boundary of Vidhan Sabha, police said
Section 13 of Unlawful Activities Prevention Act (UAPA) has been added in the FIR. Gurpatwant Singh Pannun, General Counsel to Sikhs for Justice (SFJ) has made the main accused in the case, the police added.
— ANI (@ANI) May 8, 2022
सभी जिलों को दिए गए निर्देश
हिमाचल प्रदेश पुलिस के मुताबिक, आईपीसी के सेक्शन 153-A, 153-B और यूएपीए के सेक्शन 13 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा आरोपितों को पकड़ने के लिए इंटरस्टेट बॉर्डरों को सील कर दिया गया है। इसके लिए हर जिले के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। साथ ही तमाम ऐसी जगहों पर छापेमारी की जा रही है, जहाँ खालिस्तानी समर्थकों के छिपने की संभावना हो।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मेन गेट पर खालिस्तान के झंडे लटकाए गए और इसकी दीवारों पर कुछ आपत्तिजनक नारे भी लिखे गए। विधानसभा परिसर के मेन गेट नंबर एक की बाहरी तरफ ये झंडे लटके मिले जिन्हें बाद में प्रशासन ने हटा दिया। इसके बाद पुलिस ने मामले की जाँच शुरू की। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि दोषियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा। उन्होंने कहा, “हिमाचल सौहार्दपूर्ण राज्य है और यहाँ शांति कायम रहनी चाहिए। धर्मशाला में हुई घटना के दोषी जहाँ भी होंगे उन्हें शीघ्र पकड़ा जाएगा। उन लोगों का यह कायरतापूर्ण दौर अब अधिक नहीं चलेगा। निश्चित तौर पर इस घटना को अंजाम देने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।’’
इसी का फायदा उठाकर यह कायरतापूर्ण घटना को अंजाम दिया गया है, लेकिन हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) May 8, 2022
इस घटना की त्वरित जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।
मैं उन लोगों को कहना चाहूंगा कि यदि हिम्मत है तो रात के अंधेरे में नहीं, दिन के उजाले में सामने आएं।
मुख्यमंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा, “धर्मशाला विधानसभा परिसर के गेट पर रात के अंधेरे में खालिस्तान के झंडे लगाने वाली कायरतापूर्ण घटना की मैं निंदा करता हूँ। इस विधानसभा में केवल शीतकालीन सत्र ही होता है इसलिए यहाँ अधिक सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता उसी दौरान रहती है। इसी का फायदा उठाकर यह कायरतापूर्ण घटना को अंजाम दिया गया है, लेकिन हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस घटना की त्वरित जाँच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। मैं उन लोगों को कहना चाहूँगा कि यदि हिम्मत है तो रात के अंधेरे में नहीं, दिन के उजाले में सामने आएँ।”
पन्नू ने दी थी सीएम जयराम ठाकुर को धमकी
उल्लेखनीय है कि अगस्त 2021 में SFJ आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) ने हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर को धमकी दी थी कि वह उन्हें 15 अगस्त को तिरंगा नहीं फहराने देगा। आडियो संदेश में ये भी कहा गया था कि पंजाब के बाद वे हिमाचल में भी कब्जा करेंगे, क्योंकि हिमाचल का कुछ क्षेत्र पहले पंजाब का हिस्सा था।