श्रीनगर का हिलाल अहमद डार नाम का PHD स्कॉलर आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हो गया है। इसकी जानकारी जम्मू पुलिस ने मंगलवार (जून 23, 2020) को दी है। हिलाल पिछले हफ्ते अपने दोस्तों के साथ सेंट्रल कश्मीर घूमने गया था। उसके बाद वह लापता हो गया।
हिलाल के परिवार ने उसे ढूँढने की बहुत कोशिश की। लेकिन कुछ मालूम नहीं चला। परिजनों ने परेशान होकर श्रीनगर में प्रेस एन्क्लेव के सामने विरोध प्रदर्शन भी किया। मगर, तब भी हिलाल का कुछ पता नहीं चल पाया। पर आज जम्मू पुलिस ने लापता युवक से संबंधित जानकारी दी।
डीडी न्यूज श्रीनगर के अनुसार, आईजीपी विजय कुमार ने मीडिया से बातचीत में बताया कि श्रीनगर के बेमिना इलाके का हिलाल अहमद डार जो पिछले दिनों अपने दोस्तों के साथ ट्रैकिंग पर गया था और वहाँ से गायब हो गया था, वो अब आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन से जुड़ गया है।
Missing Ph.D scholar Hilal Ahmad Dar from Bemina Srinagar has joined Hizbul Mujahideen outfit, says IGP Kashmir Vijay Kumar.
— 𝑰𝒓𝒇𝒂𝒏Qurashieعرفان قریشی🐳 (@qurashi_e) June 23, 2020
Hilal, who is pursuing PhD from Kashmir University, went missing while on trekking to Naranag area of Central #Kashmir ‘s Ganderbal pic.twitter.com/ZxuFY9dMYa
आईजीपी ने हिलाल से जुड़ी जानकारी साझा करते हुए यह भी आश्वासन दिया कि अगर हिलाल के घरवाले उसे आतंकवाद के रास्ते से वापस ले आते हैं। तो वह उसे गिरफ्तार नहीं करेंगें।
Missing PhD scholar Hilal Ahmad Dar of Bemina Srinagar, who went missing during a trekking expedition has joined Hizb militant group, says IG Police Vijay Kumar while talking with media along with DG police after wreath laying ceremony of CRPF jawan at RTC Humhama.
— DD NEWS SRINAGAR (@ddnewsSrinagar) June 23, 2020
परिवार के अनुसार, हिलाल दिल्ली में काम करता था। हाल ही में वह कोरोनावायरस महामारी फैलने के बाद कश्मीर आया था। उसने कश्मीर यूनिवर्सिटी से पीएचडी की हुई है।
बता दें हिलाल से जुड़ी इस जानकारी को जम्मू पुलिस ने सीआरपीएफ जवान सुनील काला के श्रद्धांजलि समारोह के दौरान साझा किया। जब पत्रकारों ने आगे की जानकारी माँगी तो उन्होंने कहा कि अभी ताजा अपडेट यही है कि वह आतंकी संगठन से जुड़ गया है।
उल्लेखनीय है कि जम्मू-कश्मीर के स्थानीय युवकों को आतंकवाद का रास्ता छोड़ घरवापसी करवाने के लिए पुलिस प्रशासन पिछले कुछ सालों से बहुत मेहनत कर रही है। पुलिस लगातार उन युवकों के परिजनों को अपने बच्चों को समझाने के लिए अपील करती है, जिन्होंने आम जिंदगी को छोड़कर आतंकवाद का रास्ता अपनाया।