पुलवामा हमले में 44 जवानों के बलिदान का बदला लेना सेना ने शुरू कर दिया है। पुलवामा हमले के बाद देश की आम जनता में जो गुस्सा है वही गुस्सा देश के सुरक्षाबलों में भी है। सोमवार (फ़रवरी 18,2019) को ही जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर गाजी राशिद उर्फ़ कामरान को ढेर कर दिया गया। और अब घाटी मे जैश के बिखरे हुए 60 एक्टिव आतंकियों का ख़ात्मा करने की बारी है।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद ने अपने आतंकियों का जाल बिछाया हुआ है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस समय पूरी घाटी में मौजूद 60 आतंकी अलग-अलग जिलों में फैले हुए हैं। इनमें से 35 आतंकी पाकिस्तानी हैं, जो कि घाटी में तबाही मचाने को पूरी तरह से तैयार हैं।
यह भी कहा जा रहा है कि घाटी में आतंकी लगातार अपनी लोकेशन बदल रहे हैं। इतना ही नहीं सरहद के पार पाकिस्तान की सेना भी इन आतंकियों को भारतीय सेना के कोप से बचाने में जुट गई है। बॉर्डर पर पाकिस्तानी सेना भी अलर्ट पर है, पाकिस्तानी सेना ने उस पार स्थित आतंकी ठिकानों और आतंकियों को भी लॉन्च पैड से शिफ्ट करना शुरू कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आज ही सीआरपीएफ के डीजी आर.आर. भटनागर गृह मंत्रालय में गृह सचिव को पुलवामा हमले की पूरी जानकारी देंगे। इसके अलावा सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी आज रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात करेंगे और जम्मू-कश्मीर के मौजूदा हालात पर रिपोर्ट देंगे।
ज्ञात हो कि 14 दिसंबर को भारत ने अपने 44 जवानों को एक आत्मघाती आतंकी हमले में खोया था, जिसके बाद से ही सुरक्षाबलों ने घाटी में आतंकियों के ख़ात्मे के लिए ऑपरेशन तेज कर दिया है। आज सोमवार को पुलवामा में एक मुठभेड़ में सेना ने जैश ए मोहम्मद के गाजी समेत दो आतंकियों को ढेर कर दिया। इस एनकाउंटर में 4 जवान भी बलिदान हो गए हैं।