नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी द्वारा आयोजित एटीएस प्रमुखों की बैठक में आज एनआईए ने कई चौंकाने वाला खुलासे किए। इसमें उन्होंने जाकिर नाइक से जुड़े तथ्य के बारे में भी खुलासा खिया। उन्होंने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पकड़े गए ISIS के 127 संदिग्ध आतंकियों में से कई लोगों ने इस बात को स्वीकारा है कि वे सभी कट्टरपंथी इस्लामिक स्पीकर जाकिर नाइक के भाषणों से प्रेरित हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार NIA के निदेशक ने बताया कि आईएसआईएस को ज्वॉइन करने वाले आतंकी और उनके सहानुभूति रखने वाला हर शख्स जाकिर नाइक के भाषणों से प्रेरित था।
इसके बाद योगेश चंद्र मोदी ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष देश में बढ़ते आतंकी खतरे को भी साझा किया। उन्होंने बताया कि बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात उल मुजाहिद्दीन अपने पैर बिहार, महाराष्ट्र, केरल और कर्नाटक में पसार रहा है।
National Investigation Agency IG Alok Mittal: Till now 127 people arrested in ISIS related cases, including 33 from Tamil Nadu,19 from Uttar Pradesh, 17 from Kerala and 14 from Telangana. pic.twitter.com/wPi2fNLmKz
— ANI (@ANI) October 14, 2019
वहीं, बता दें कि आईजी आलोक मित्तल ने बैठक को संबोधित करते हुए बताया कि अब तक आईएसआईएस से संबंधित मामलों में 127 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। जिनमें तमिलनाडु के 33, उत्तरप्रदेश के 19, केरल के 17 और तेलंगाना के 14 लोग शामिल हैं।
National Investigation Agency IG Alok Mittal: In three of these ISIS cases from Kerala and Tamil Nadu, the accused have admitted that they were radicalized by Zahran Hashim’s videos. Hashim as we know is the mastermind of the Easter day bombings in Sri Lanka https://t.co/WBPxs4arEX pic.twitter.com/hsDYZ2d63M
— ANI (@ANI) October 14, 2019
उनके अनुसार तो तमिलनाडु और केरल के तीन मामलों में, आरोपितों ने इस बात को स्वीकारा कि उन्हें इस राह पर चलने के लिए जहरान हाशिम की वीडियो ने उकसाया। जहरान वही शक्स है जो श्रीलंका में ईस्टर पर हुए धमाकों का मास्टरमाइंड है।
यहाँ जाकिर नाइक के बारे में बता दें कि जाकिर नाईक भारत में नफरत फैलाने वाले अपने भाषणों से युवाओं को आतंकवादी गतिविधयों के लिए उकसाने और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे मामलों का आरोपित है। जिसपर भारत में एनआईए जाँच चल रही है। जाँच एजेंसी ने आतंकरोधी कानून के तहत 2016 में सर्वप्रथनम नाईक के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया था। इसके अलावा बांग्लादेश की राजधानी ढाका में हुए हमले को लेकर भी नाईक पर जाँच चल रही है।