दशहरे के शुभ अवसर पर इस बार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारतीय मूल्यों को बरकरार रखते हुए पेरिस में शस्त्र पूजन करेंगे। 8 अक्टूबर को वह पेरिस में पहले राफेल फाइटर जेट को प्राप्त करके शस्त्र पूजन करेंगे और फिर उसी दिन वे उसमें उड़ान भी भरेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गृह मंत्री अपनी फ्रांस की तीन दिवसीय यात्रा के लिए 7 अक्टूबर को रवाना होंगे। यहाँ उन्हें 8 तारीख को भारतीय वायुसेना के स्थापना दिवस पर पहला लड़ाकू विमान राफेल सौंपा जाएगा। उसी दिन राजनाथ सिंह बोर्डिओक्स के पास मेरिनैक में राफेल जेट रिसीव करेंगे।
Defence Minister Rajnath Singh to perform ‘Shastra Pooja’ (worship of weapons) in Paris on #Dussehra. He is going to France to receive the #Rafale aircraft, on October 8. (file pics) pic.twitter.com/bKRGQL0ldI
— ANI (@ANI) October 6, 2019
यहाँ बता दें कि शस्त्र पूजन हिंदुओं की एक बहुत पुरानी परंपरा हैं। इसमें योद्धा अपने हथियारों और शस्त्रों की पूजा करते हैं। अमर उजाला की खबर के अनुसार रक्षा अधिकारियों ने इस संबंध में बताया, “अपने गृह मंत्री कार्यकाल के दौरान से ही राजनाथ सिंह हर दशहरे पर शस्त्र पूजन करते रहे हैं। अब रक्षा मंत्री होने के नाते भी वह अपनी इसी परंपरा को जारी रखेंगे।“
उल्लेखनीय है कि इस तीन दिवसीय यात्रा के दौरान फ्रांस में होने वाले कार्यक्रम में शीर्ष सैन्य अधिकारियों के साथ-साथ राफेल के निर्माण कंपनी दसॉ एविएशन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद होंगे। गृह मंत्री 9 अक्टूबर को फ्रांस के शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने के उपायों पर व्यापक चर्चा करेंगे। उनके साथ वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ एयर मार्शन एचएस अरोड़ा भी होंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राफेल फाइटर जेट को भारतीय जरूरतों के अनुसार बदला गया है। इस विमान को उड़ाने के लिए भारतीय वायुसेना के कुछ पायलटों की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। अब ये सभी प्रशिक्षित पायलट वायुसेना के 24 और पायलटों को 3 अलग अलग हिस्सों में भारतीय राफेल फाइटर जेट की ट्रेनिंग देंगे। इन पायलटों की ट्रेनिंग 2020 मई तक चलेगी।
बताते चलें कि जिस राफेल को लेने रक्षामंत्री फ्रांस जा रहे हैं, उसके लिए नए एयर चीफ मार्शन आरकेएस भदौरिया ने कहा कि राफेल का शामिल होना देश और वायुसेना के लिए बहुत महत्तवपूर्ण है। इसकी तकनीक हमारे लिए गेमचेंजर साबित होगी।