देश का 73वाँ गणतंत्र दिवस (Republic Day) समारोह हम मना रहे हैं। किस कीमत पर, कभी सोचा है? कीमत है उन वीरों का बलिदान, जिन्होंने अपनी जान केवल इसलिए न्योछावर कर दी, ताकि हम सभी ये गणतंत्र दिवस मना सकें। इस मौके पर देश के तीसरे सबसे बड़े सम्मान शौर्य चक्र से 12 वीर जवानों को सम्मानित किया गया। इसमें से 9 जवान ऐसे हैं, जिन्हें मरणोपरांत ये सम्मान दिया गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, जिन जवानों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया, उसमें पाँच इंडियन आर्मी के जवान हैं, एक असम राइफल्स, 6 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान हैं। जम्मू कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए जिन वीरों ने वीरगति प्राप्त की उनमें नायब सूबेदार श्रीजीत एम (17 मद्रास रेजीमेंट), हवलदार अनिल कुमार तोमर (राजपूत/44 राष्ट्रीय राइफल्स), काशीराय बम्मनल्ली (इंजीनियर/44 आरआर), पिंकू कुमार (जाट/34 आरआर) और सिपाही मारुप्रोलू जसवंत कुमार रेड्डी (17 मद्रास रेजीमेंट) शामिल हैं।
इसके अलावा CRPF के हेड कॉन्स्टेबल अजीत सिंह और कुलदीप कुमार उरवां, कॉन्स्टेबल विकास कुमार और पूर्णनाद को भी मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। साथ ही कमांडेंट दिलीप मलिक और सहायक कमांडेंट अनिरुद्ध प्रताप सिंह को भी इस पुरस्कार से नवाजा गया। वहीं 5 असम राइफल्स के राइफलमैन राकेश कुमार को असम में काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन के लिए इस प्रतिष्ठित पदक से सम्मानित किया गया।
इस साल किसी को भी अशोक चक्र और कीर्ति चक्र से सम्मानित नहीं किया गया। हालाँकि, तीन को साहस और शौर्य प्रदर्शित करने के लिए दूसरी बार सेना मेडल दिया गया है। इनमें मेजर भरत सिंह झाला (जाट/34 RR), जगतार जोहल (राजपूत/44 RR) और हवीदार नसीर अहमद मीर (प्रादेशिक सेना) शामिल हैं।
लद्दाख में पूर्व 14 कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल PGK मेनन, लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे (15 कोर), रविन खोसला (4 कोर) और जॉनसन पी मैथ्यू (3 कोर) समेत चार वरिष्ठ अधिकारियों को उत्तम युद्ध सेना पदक मिला है।
384 गैलेंट्री अवार्ड्स को मंजूरी
गौरतलब है कि 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति ने सशस्त्र बलों के जवानों और अन्य को 384 वीरता और अन्य रक्षा अलंकरणों के पुरस्कारों को मंजूरी दी। इनमें 12 शौर्य चक्र, 29 परम विशिष्ट सेवा मेडल, 04 उत्तम युद्ध सेवा मेडल, 53 अति विशिष्ट सेवा मेडल (AVSM), 13 युद्ध सेवा मेडल, 3 बार विशिष्ट सेवा मेडल (Bar to Vishisht Seva Medals), 122 विशिष्ट सेवा मेडल, 3 बार सेना मेडल (वीरता – Bar to Sena Medals Gallantry), 81 सेना मेडल (वीरता), 2 वायु सेना मेडल (वीरता), 40 सेना मेडल (कर्तव्य के प्रति समर्पण), 8 नौ सेना मेडल (कर्तव्य के प्रति समर्पण), 14 वायु सेना मेडल (कर्तव्य के प्रति समर्पण) शामिल हैं।