भारतीय वायुसेना की तीन महिलाओं ने एमआई-17 हेलिकॉप्टर उड़ा कर इतिहास रचा। फ्लाइट लेफ्टिनेंट पारुल भारद्वाज (पायलट), फ्लाइंग ऑफिसर अमन निधि (सह-पायलट) और फ्लाइट लेफ्टिनेंट हिना जायसवाल (फ्लाइट इंजीनियर) दक्षिण पश्चिमी वायु कमान से हेलिकॉप्टर उड़ाने वाली पहली ऑल-वीमेन टीम की सदस्य बन गईं। इन तीनों ने भारतीय वायुसेना के इतिहास में एक नई उपलब्धि हासिल की। इन में से दो महिलाएँ पंजाब की हैं। एमआई-17 V5 हेलीकॉप्टर से इन महिलाओं की उड़ान युद्ध प्रशिक्षण के तहत की गई और उन्होंने दक्षिण पश्चिमी वायु कमान में प्रतिबंधित क्षेत्र से आगे हेलीकॉप्टर उतारने में सफलता हासिल की।
झारखण्ड की बिटिया फ्लाइंग ऑफिसर अमन निधि को इस उपलब्धि पर ढेर सारी बधाई। Mi-17 उड़ाने वाली देश की पहली महिला क्रू ने आज इतिहास रच दिया। आप सभी को शुभकामनाएं। https://t.co/2z7kumLFzg
— Raghubar Das (@dasraghubar) May 27, 2019
बता दें कि यह देश की पहली ऑल-वुमन क्रू है। एमआई-17 V5 एक मध्यम लिफ्ट हेलिकॉप्टर है। फ्लाइट लेफ्टिनेंट भारद्वाज पंजाब के मुकेरियां से हैं और साथ ही वे एमआई 17 V5 उड़ाने वाली पहिला महिला पायलट भी हैं। फ्लाइंग ऑफिसर निधि राँची से हैं और वे झारखंड से भारतीय वायु सेना की पहली महिला पायलट हैं। चंडीगढ़ की फ्लाइट लेफ्टिनेंट जायसवाल भारतीय वायु सेना की पहली महिला फ्लाइट इंजीनियर हैं।
तीन महिला वायुसैनिकों ने एमआई-17 उड़ाकर रचा इतिहास#IndianAirforce #WomanPilot #MI-17https://t.co/95mzSRk4Th
— Amar Ujala (@AmarUjalaNews) May 28, 2019
इन तीनों ने वायु सेना स्टेशन हाकिमपेठ में ‘हेलिकॉप्टर ट्रेनिंग स्कूल’ में अपने फ्लाइंग ट्रेनिंग शुरू की। इसके बाद वायु सेना स्टेशन येलहंका में उच्च स्तर की ट्रेनिंग ली। यह भारतीय वायुसेना में महिला अधिकारियों की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है। झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ट्वीट करते हुए कहा, “झारखण्ड की बिटिया फ्लाइंग ऑफिसर अमन निधि को इस उपलब्धि पर ढेर सारी बधाई। MI-17 उड़ाने वाली देश की पहली महिला क्रू ने आज इतिहास रच दिया। आप सभी को शुभकामनाएँ।“