उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए पाँच जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए प्रदेश के वीर जवान कर्नल आशुतोष शर्मा के परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। यूपी के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने इसकी जानकारी दी है।
Chief Minister Yogi Adityanath has directed to provide Rs 50 lakhs as compensation to next of kin of Colonel Ashutosh Sharma who lost his life in Handwara (J&K) encounter & govt job to one of his family members: Additional Chief Secretary (Home) Awanish Awasthi pic.twitter.com/HUUam1s4hy
— ANI UP (@ANINewsUP) May 3, 2020
सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार (मई 3, 2020) को 21 राष्ट्रीय रायफल्स के वीरगति को प्राप्त कर्नल आशुतोष शर्मा, मेजर अनुज सूद, नायक राजेश, लांस नायक दिनेश तथा जम्मू-कश्मीर पुलिस के शहीद सब-इंस्पेक्टर के शौर्य और वीरता को नमन करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में राष्ट्र की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर करने वाले माँ भारती के वीर सपूतों के शौर्य व शहादत को कोटिशः नमन।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) May 3, 2020
आप सभी शहीदों का यह सर्वाेच्च बलिदान अविस्मरणीय है।
देश को आप पर गर्व है।
उन्होंने कहा, “जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में राष्ट्र की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर करने वाले माँ भारती के वीर सपूतों के शौर्य व शहादत को कोटिशः नमन। आप सभी शहीदों का यह सर्वाेच्च बलिदान अविस्मरणीय है। देश को आप पर गर्व है।”
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा क्षेत्र के एक गाँव में आतंकवादियों के साथ एनकाउंटर में यूपी के बुलंदशहर के गाँव परवाना के रहने वाले कर्नल आशुतोष शर्मा रविवार को वीरगति को प्राप्त हो गए। कर्नल के वीरगति के प्राप्त होने की खबर मिलते ही पूरे गाँव और आसपास के इलाके शोक है। लोगों ने उनकी शहादत को सलाम किया है।
जवानों ने यूँ लिखी बहादुरी की इबारत
हंदवाड़ा के एक घर में छिपे आतंकी फायरिंग कर रहे थे। खुफिया सूचना पर सुरक्षा बलों ने जॉइंट ऑपरेशन चलाया। 21 राष्ट्रीय रायफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल आशुतोष शर्मा इस ऑपरेशन को लीड कर रहे थे। उनके साथ RR के मेजर अनुज सूद, नायक राजेश और लांस नायक दिनेश भी थे। जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब-इंस्पेक्टर शकील काजी भी उनके साथ थे।
कर्नल शर्मा की पूरी टीम उस घर में घुस गई जहाँ आतंकी छिपे हुए थे। एक-एक करके बंधक बनाए गए सभी नागरिकों को सुरक्षित निकाल लिया गया। इस ऑपरेशन के दौरान जवानों को कई गोलियाँ लग गईं। जख्मी जवान वीरगति को प्राप्त हो गए मगर आतंकियों को खत्म करके ही दम लिया। इसमें पाकिस्तान के रहने वाले मोस्ट वांटेड लश्कर आतंकी हैदर भी ढेर हो गया।
कर्नल आशुतोष शर्मा को मिले थे वीरता के दो मेडल
RR की गार्ड्स रेजिमेंट से आने वाले कर्नल शर्मा लंबे समय से कश्मीर घाटी में तैनात थे। वह अपनी बहादुरी के लिए दो-दो बार वीरता पुरस्कार से सम्मानित किए जा चुके थे। वह आतंकियों को सबक सिखाने के लिए जाने जाते थे। आशुतोष शर्मा को कमांडिंग ऑफिसर के तौर पर अपने कपड़ों में ग्रेनेड छिपाए हुए आतंकी से अपने जवानों की जिंदगी बचाने के लिए वीरता मेडल से सम्मानित किया जा चुका है। घाटी में सेना ने कर्नल रैंक के अधिकारी आखिरी बार पाँच साल पहले, 2015 में खोया था। जनवरी 2015 में पुलवामा में एक ऑपरेशन के दौरान, कर्नल एमएन रॉय वीरगति को प्राप्त हुए थे।