Sunday, December 22, 2024
Homeदेश-समाज16 जून की 'सीक्रेट मीटिंग' में बना था कन्हैया लाल का गला काटने का...

16 जून की ‘सीक्रेट मीटिंग’ में बना था कन्हैया लाल का गला काटने का प्लान, फरहाद गिरफ्तार: अजमेर दरगाह के खादिम गौहर के नेपाल भागने की आशंका

एक रिपोर्ट में गौहर चिश्ती के नेपाल भागने की आशंका जताई गई है। रिपोर्ट के अनुसार गौहर लगातार अपना फोन और सिम बदल रहा है। इससे जाँच एजेंसियों को उसकी सही लोकेशन मिलने में दिक्क्तें आ रही हैं।

राजस्थान के उदयपुर में हुई 28 जून 2022 को कन्हैया लाल का गला काट डाला गया था। इस मामले में एक और गिरफ्तारी हुई है। पकड़े गए आरोपित का नाम फरहाद शेख उर्फ़ बबला है। इस मामले में अब तक कुल 7 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

NIA ने फरहाद को कन्हैयालाल की हत्या की साजिश रचने के आरोप में पकड़ा है। वह 30 जून 2022 से हिरासत में था। उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि NIA ने रविवार (10 जुलाई 2022) को की। वहीं कन्हैया लाल के हत्यारों के कनेक्शन अजमेर दरगाह के जिस खादिम गौहर चिश्ती से होने की बात सामने आई थी, उसके नेपाल भागने की आशंका जताई जा रही है। मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने कन्हैया लाल की उनके टेलर शॉप में घुसकर बर्बर तरीके से हत्या कर दी थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कन्हैयालाल की हत्या से पहले 16 जून को उदयपुर के पटेल सर्किल के पास एक सीक्रेट मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग में कन्हैया लाल की हत्या की साजिश रची गई। इसमें फरहाद भी शामिल था। उसने ही कत्ल का वीडियो बनाने की सलाह दी थी ताकि उसे वायरल कर लोगों में डर पैदा किया जा सके। फरहाद चिकन शॉप चलाता है।

बबला उर्फ़ फरहाद इस हत्याकांड के हत्यारे रियाज़ का रिश्तेदार बताया जा रहा है। उसने उदयपुर में लगभग आधे दर्जन नूपुर समर्थकों की रेकी करवाई थी, जिसमें कन्हैयालाल भी शामिल थे। आरोप है कि बबला ने उदयपुर और आस-पास के जिलों में लगभग 50 लोगों की गैंग बना रखी है। वह भी दावत-ए-इस्लामी का भी सदस्य बताया जा रहा है। इस घटना में सुरक्षा एजेंसियों को अब अमजद की तलाश है। आरोप है कि कन्हैया लाल की हत्या के बाद हत्यारों ने अमजद की ही दुकान पर कपड़े बदले थे।

इस बीच दैनिक भास्कर में प्रकाशित एक रिपोर्ट में गौहर चिश्ती के नेपाल भागने की आशंका जताई गई है। रिपोर्ट के अनुसार गौहर लगातार अपना फोन और सिम बदल रहा है। इससे जाँच एजेंसियों को उसकी सही लोकेशन मिलने में दिक्क्तें आ रही हैं। उसके राजस्थान के अलावा कई अन्य राज्यों के लोगों से भी सम्पर्क बताए जा रहे हैं। इन पर भी जाँच एजेंसियों की कड़ी नजर है। गौहर अजमेर दरगाह के बाहर भड़काऊ नारेबाजी में शामिल था। वह कन्हैया लाल की हत्या से पहले उदयपुर गया था। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि कन्हैया लाल की हत्या के बाद दोनों हत्यारे अजमेर उसके पास ही शरण लेने आ रहे थे, लेकिन बीच रास्ते में पकड़े गए।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -