भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवम् गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह के नाम खुला ख़त
महोदय,
नमस्ते, आदाब!
मैं श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) का रहने वाला हूँ। मैं यह खुला ख़त आपको इसलिए लिख रहा हूँ ताकि मैं अपनी तरफ आपका ध्यान आकर्षित कर सकूँ। कश्मीर घाटी के हालात से आप अच्छी तरह से वाक़िफ़ हैं। साथ ही, आप यह भी जानते हैं कि हर राष्ट्रवादी कश्मीरी यह मानता है कि कश्मीर का भविष्य भारत के साथ ही सुरक्षित है। यहाँ के अलगाववादियों और आतंकियों का एक ही मक़सद है कि निर्दोष कश्मीरियों को जिहाद के नाम से काट दिया जाए और कश्मीर को नरसंहार और बर्बादी का पर्याय बना दिया जाए। ऐसे लोगों को रोकने के लिए और कश्मीर के लोगों को उनका असली एजेंडा समझाने के लिए मैं रात-दिन काम कर रहा है।
सर, मैं अपने कई दोस्तों के साथ कश्मीर के युवाओं को मुख्यधारा में लाने और उन्हें भारत देश की परिकल्पना समझाने की पुरज़ोर कोशिश कर रहा हूँ। हम देशभक्त लोग हैं और अपने देश के लिए बहुत बड़े बलिदान कर चुके हैं, जिसमें हमारे माता-पिता, भाई-बहन और कई क़रीबी संबंधियों की शहादत शामिल है। हमने कई सारे इनिशिएटिव लिए हैं ताकि युवा इस चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा बनें और शांति के प्रयास में हमारा साथ दे सकें। मेरे परिवार के कुछ सदस्य आतंकियों द्वारा पिछले कुछ सालों में मारे जा चुके हैं और यह बताता है कि यहाँ मेरी ज़िंदगी को कितना ख़तरा है।
हम लगातार यहाँ पर यह प्रयास कर रहे हैं कि युवावर्ग इलेक्टोरल पॉलिटिक्स का हिस्सा बने और यही कारण है कि हम आतंकियों की निगाह पर चढ़ चुके हैं, और हमें लगातार डराया-धमकाया जाता है। मैं कई बार अपने ऊपर हुए आतंकी हमले से बच चुका हूँ। मुझे सोशल मीडिया पर भी लगातार जान से मारने की धमकियाँ मिलती रही हैं जिसे मैं संबंधित अधिकारियों के संज्ञान में लाता रहा हूँ। हुर्रियत और उनके कई एजेंट्स कई बार मुझे धमकी दे चुके हैं कि मैं कश्मीर में अपना काम रोक दूँ।
मैं कई बार राज्य की पुलिस और जम्मू-कश्मीर के ADGP (सिक्योरिटी) के संज्ञान में इन सब बातों को ला चुका हूँ। मैंने होम मिनिस्ट्री, जम्मू कश्मीर के गवर्नर, गवर्नर के सलाहकार एवम् जम्मू कश्मीर DGP तक, सबको लिखा है, उन्हें हर बात बताई है, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है।
सर, सरकार तो उन लोगों को भी सुरक्षा दे रही है जिनके माता-पिता आतंकियों द्वारा मारे गए थे लेकिन वो लगातार देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं, जैसा कि श्री राम माधव जी ने अपने बयान में कहा था। सर, जैसा कि मैंने आपको अपने काम और अपने परिवार के बारे में बताया है, मैं आपसे गुज़ारिश करता हूँ कि आप इन बातों की तरफ़ अपना ध्यान देंगे और मुझे सुरक्षा प्रदान करवाएँगे ताकि मैं अपने राष्ट्रवादी गतिविधियों को आगे बढ़ाता रहूँ।
इस मदद के लिए मैं आपका सदैव आभारी रहूँगा।
सादर,
ट्विटर हैंडल @ibne_sena
श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर
An Open letter to @PMOIndia Shri @narendramodi and @HMOIndia Shri @rajnathsingh. pic.twitter.com/E5nLT28uZC
— Ibn Sina (@Ibne_Sena) February 19, 2019