दिल्ली में जारी हिंसा के बीच पाकिस्तान की ओर से सीजफायर उल्लंघन के संबंध में कुछ खबरें सामने आई हैं। इन खबरों में हैरानी की बात यह है कि सीजफॉयर उलंघन का आरोप भारत ने नहीं बल्कि पाकिस्तान ने भारत पर लगाया है। बुधवार को पाकिस्तान ने कश्मीर में एलओसी (LOC) पर भारतीय सैनिकों पर सीज़फायर (संघर्ष विराम) के उलंघन का आरोप लगाया है। इसके संबंध में पाकिस्तान ने एक वरिष्ठ भारतीय राजनयिक को तलब भी किया है।
#Pakistan summoned a senior Indian diplomat to protest against alleged ceasefire violations by Indian troops along the #LoC in #Kashmir.https://t.co/xxvCNVM1QJ
— The Hindu (@the_hindu) February 26, 2020
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाते हुए कहा है कि मंगलवार (फरवरी 25, 2020) को ही POK स्थित नेजापीर इलाके में भारतीय सेना की ओर से किए गए संघर्ष विराम उल्लंघन के दौरान एक चालीस साल के व्यक्ति को गंभीर चोटें आई हैं।
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा, “भारत द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन में वर्ष 2017 से ही
वृद्धि जारी है, इस दौरान भारतीय बलों ने 1,970 युद्धविराम उल्लंघन किए हैं।” उन्होंने कहा कि भारत द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा है और इससे रणनीतिक नुकसान हो सकती है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष अब तक भारत की ओर से 384 बार सीज फायर का उलंघन हो चुका है।
पाकिस्तानी विदेश कार्यालय ने भारतीय राजनयिक की पहचान नहीं बताई है। साथ ही पाकिस्तान ने भारतीय पक्ष से 2003 के युद्धविराम व्यवस्था का सम्मान करने के साथ ही संघर्ष विराम उल्लंघन की इन और अन्य घटनाओं की जाँच, भारतीय सेनाओं को भी युद्धविराम का सम्मान करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा और कार्य सीमा पर शांति बनाए रखने का भी आग्रह किया है।
गौरतलब है कि आज ही उस बालाकोट एयर स्ट्राइक की पहली बरसी है, जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुस कर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी कैंपों पर बमबारी कर उसे तबाह कर दिया था। फरवरी 14, 2019 को हुए जम्मू-कश्मीर के पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने 26 फरवरी की देर रात इसका बदला लिया था और पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित जैश के आतंकी कैंप को नेस्तानबूद कर दिया था। भारतीय वायुसेना के इस एयर स्ट्राइक में जैश के करीब 250 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया था। विपक्षी दलों द्वारा बार-बार माँग करने पर भारत सरकार ने इसका वीडियो जारी कर सबूत भी दिखाए थे।