बीकानेर जमीन घोटाले के मामले में सोनिया गाँधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। राजस्थान हाईकोर्ट ने उन्हें उनकी माँ समेत प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश होने का आदेश दिया है। बता दें कि वाड्रा पर बीकानेर के कोलायत क्षेत्र में अवैध तरीक़े से 275 बीघा जमीन ख़रीदने का मामला चल रहा है। वाड्रा और उनकी माँ के अलावा स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड (SHPL) के सभी साझीदारों को भी ED के सामने पेश होने का आदेश दिया गया है।
ED इस मामले में अशोक कुमार और जय प्रकाश बगरवा को पहले ही गिरफ़्तार कर चुकी है। दोनों महेश नागर के क़रीबी बताए जाते हैं। महेश नागर वाड्रा का ख़ास आदमी है और SHPL का अधिकृत प्रतिनिधि भी था। नागर ही वो बिचौलिया है, जिसने वाड्रा के दिए चेक से अपने ड्राइवर के नाम पर जमीद ख़रीद कर इस घोटाले को अंजाम दिया था। एजेंसी ने दावा किया है कि उसके पास वाड्रा के ख़िलाफ़ पर्याप्त सबूत हैं। एजेंसी कई दिनों से वाड्रा से पूछताछ के लिए प्रयास कर रही थी लेकिन उसे सफ़लता नहीं मिल पा रही थी।
इस पूरे घोटाले में वाड्रा की मुखौटा कम्पनी एलीजनी फिनलीज का नाम सामने आया है। इस सिलसिले में ED ने वाड्रा के दफ़्तर में छापा भी मारा था। एजेंसी ने नवंबर 2018 के आख़िरी हफ़्ते में उन्हें तीसरी बार सम्मन जारी किया था। ज्ञात हो कि उस से पहले वो दो बार ED के सम्मन को दरक़िनार कर चुके थे। हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान जस्टिस पुष्पेंद्र भाटी की पीठ से केंद्र सरकार की ओर से पेश एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) राजदीप रस्तोगी ने कहा कि जाँच को रोका नहीं जा सकता।
रॉबर्ट वाड्रा के वकील ने कोर्ट से कहा कि उनके क्लाइंट की बेटी की तबियत ख़राब है और उनकी लंदन में सर्जरी होनी है। इसके बाद अदालत ने दोनों वकीलों को पेशी की तारीख तय करने को कहा। बताया जाता है कि रॉबर्ट-प्रियंका की बेटी मिराया को खेल के दौरान घुटनों में चोट लग गई थी। ज्ञात हो कि सब जूनियर वर्ग में राष्ट्रीय स्तर पर खेल चुकी मिराया बास्केटबॉल खिलाड़ी हैं।
इसके अलावा ASG रस्तोगी ने कोर्ट से वाड्रा की गिरफ़्तारी पर लगी रोक हटाने की भी माँग की। इस पर कोर्ट ने कहा कि अगर वो और उनके साझीदार दोषी पाए जाते हैं तो उनकी गिरफ़्तारी पर लगी रोक हटाने के लिए अलग से अर्ज़ी दाख़िल करनी पड़ेगी। ASG ने कोर्ट से कहा कि मनी लॉन्डरिंग के इस मामले में वाड्रा व अन्य साझीदारों से पूछताछ होनी बहुत जरूरी है क्योंकि बिना इसके जाँच आगे नहीं बढ़ पाएगी।
इस से पहले एक अलग मामले में रॉबर्ट वाड्रा के ख़िलाफ़ गैर ज़मानती वॉरंट भी जारी किया जा चुका है। अभी हाल ही में राजस्थान की कॉन्ग्रेस सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने रॉबर्ट वाड्रा को क्लीन चिट देते हुए कहा है कि उनके द्वारा जमीन खरीद में किसी भी तरह की अनियमितता नहीं की गई है।