ऑल्ट न्यूज वाले मोहम्मद जुबेर के होली पर अभिनेत्री और मॉडल शर्लिन चोपड़ा को घेरने की कोशिश पर एक्ट्रेस ने जबरदस्त पलटवार किया है। एक्ट्रेस ने यह स्वीकार करते हुए कि एक वक्त था जब वो भी बहुत ‘वोक’ हुआ करती थीं, चोपड़ा ने कहा कि मूर्खता (चु*यापंती) की भी एक सीमा होती है।
दरअसल, इस मामले की शुरुआत एक्ट्रेस काजोल से होती है। काजोल होली को लेकर एक वीडियो शेयर करती हैं, जिसमें वो अपने प्रशंसकों ‘सुरक्षित होली’ और ‘पानी बचाने’ को लेकर कहती हैं। हालाँकि, हिंदुओं के त्योहार पर ज्ञान बाँटना नेटिजन्स को पसंद नहीं आया और उन्होंने उन्हें जमकर ट्रोल करना शुरू कर दिया। इसी क्रम में शर्लिन चोपड़ा ने भी काजोल पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, “यह ज्ञान केवल होली और दीपावली के दौरान ही क्यों पे** जाता है? इतनी दिक्कत क्यों होती है हमारे त्योहारों से? बकरीद, ईद-उल-अज़हा के समय ज्ञान क्यों नहीं बाँटा जाता?”
ज्ञान सिर्फ़ होली और दीपावली के समय क्यों पेला जाता है?
— Sherlyn Chopra (शर्लिन चोपड़ा)🇮🇳 (@SherlynChopra) March 18, 2022
इतनी दिक़्क़त क्यों होती है हमारे त्योहारों से???
बकरीद | ईद-उल-अज़हा के समय ज्ञान क्यों नहीं बाँटा जाता? https://t.co/JSz6wmrCrt
दरअसल, शर्लिन चोपड़ा चोपड़ा यह कहना चाह रही थीं कि बकरीद के दौरान जब बड़े पैमाने पर बकरियों का हलाल किया जाता है और हजारों गैलन पानी बर्बाद होता है तो उस पर कोई सवाल क्यों नहीं किए जाते हैं? जब हिंदुओं का त्योहार आता है तो ही ये उपदेश क्यों दिए जाते हैं। अब ‘ऑल्ट-न्यूज’ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को शर्लिन चोपड़ा पर निशाना साधने का मौका दिखा।
Happy Holi @SherlynChopra, क्या ज्ञान सिर्फ़ दूसरो के लिए पेल जाता है? 🤔 pic.twitter.com/yxBwRJmVmp
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) March 19, 2022
अपनी फैक्ट-चेकिंग-स्टाइल में जुबैर ने शर्लिन चोपड़ा के 2013 के एक ट्वीट की तरफ इशारा किया, जिसमें एक्ट्रेस ने होली पर हैशटैग के साथ शुभकामनाएँ देते हुए देखा जा सकता है, जिसमें उन्होंने सेव वॉटर की बात कही थी। जुबेर द्वारा घेरने की कोशिश पर पलटवार करते हुए शर्लिन ने कहा कि एक वक्त था जब वो भी वोक हुआ करती थीं।
भाई, एक ज़माना था जब हम भी वोक हुआ करते थे।
— Sherlyn Chopra (शर्लिन चोपड़ा)🇮🇳 (@SherlynChopra) March 20, 2022
होली के दिन, #SaveWater + #SaveAnimals और दीपावली के दिन, #StopPollution के नारे लगाते थे।
और तो और, हम बक़रीद के दिन, #MyFavouriteMuttonRecipe की चर्चा भी करते थे!!!
धीरे-धीरे समझ में आया कि चूतियापंति की भी हद होती है! @zoo_bear
उन्होंने लिखा, “एक समय था जब हम भी वोक हुआ करते थे। होली के दिन हमने ‘पानी बचाओ’+’जानवर बचाओ’ जैसे हैशटैग का इस्तेमाल किया और दीपावली के दिन ‘प्रदूषण रोको’ जैसे नारे लगाए और तो और बकरीद पर हम अपनी पसंदीदा मटन रेसिपी के बारे में चर्चा करते थे। धीरे-धीरे समझ में आया कि चु*यापंती की भी हद होती है!”