Friday, April 26, 2024
Homeसोशल ट्रेंड'होली-दिवाली पर ज्ञान, ईद-बकरीद पर क्यों नहीं': शर्लिन चोपड़ा ने ऑल्ट न्यूज वाले मोहम्मद...

‘होली-दिवाली पर ज्ञान, ईद-बकरीद पर क्यों नहीं’: शर्लिन चोपड़ा ने ऑल्ट न्यूज वाले मोहम्मद जुबेर की ऐसे लगाई क्लास

“यह ज्ञान केवल होली और दीपावली के दौरान ही क्यों पे** जाता है? इतनी दिक्कत क्यों होती है हमारे त्योहारों से? बकरीद, ईद-उल-अज़हा के समय ज्ञान क्यों नहीं बाँटा जाता?"

ऑल्ट न्यूज वाले मोहम्मद जुबेर के होली पर अभिनेत्री और मॉडल शर्लिन चोपड़ा को घेरने की कोशिश पर एक्ट्रेस ने जबरदस्त पलटवार किया है। एक्ट्रेस ने यह स्वीकार करते हुए कि एक वक्त था जब वो भी बहुत ‘वोक’ हुआ करती थीं, चोपड़ा ने कहा कि मूर्खता (चु*यापंती) की भी एक सीमा होती है।

दरअसल, इस मामले की शुरुआत एक्ट्रेस काजोल से होती है। काजोल होली को लेकर एक वीडियो शेयर करती हैं, जिसमें वो अपने प्रशंसकों ‘सुरक्षित होली’ और ‘पानी बचाने’ को लेकर कहती हैं। हालाँकि, हिंदुओं के त्योहार पर ज्ञान बाँटना नेटिजन्स को पसंद नहीं आया और उन्होंने उन्हें जमकर ट्रोल करना शुरू कर दिया। इसी क्रम में शर्लिन चोपड़ा ने भी काजोल पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, “यह ज्ञान केवल होली और दीपावली के दौरान ही क्यों पे** जाता है? इतनी दिक्कत क्यों होती है हमारे त्योहारों से? बकरीद, ईद-उल-अज़हा के समय ज्ञान क्यों नहीं बाँटा जाता?”

दरअसल, शर्लिन चोपड़ा चोपड़ा यह कहना चाह रही थीं कि बकरीद के दौरान जब बड़े पैमाने पर बकरियों का हलाल किया जाता है और हजारों गैलन पानी बर्बाद होता है तो उस पर कोई सवाल क्यों नहीं किए जाते हैं? जब हिंदुओं का त्योहार आता है तो ही ये उपदेश क्यों दिए जाते हैं। अब ‘ऑल्ट-न्यूज’ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को शर्लिन चोपड़ा पर निशाना साधने का मौका दिखा।

अपनी फैक्ट-चेकिंग-स्टाइल में जुबैर ने शर्लिन चोपड़ा के 2013 के एक ट्वीट की तरफ इशारा किया, जिसमें एक्ट्रेस ने होली पर हैशटैग के साथ शुभकामनाएँ देते हुए देखा जा सकता है, जिसमें उन्होंने सेव वॉटर की बात कही थी। जुबेर द्वारा घेरने की कोशिश पर पलटवार करते हुए शर्लिन ने कहा कि एक वक्त था जब वो भी वोक हुआ करती थीं।

उन्होंने लिखा, “एक समय था जब हम भी वोक हुआ करते थे। होली के दिन हमने ‘पानी बचाओ’+’जानवर बचाओ’ जैसे हैशटैग का इस्तेमाल किया और दीपावली के दिन ‘प्रदूषण रोको’ जैसे नारे लगाए और तो और बकरीद पर हम अपनी पसंदीदा मटन रेसिपी के बारे में चर्चा करते थे। धीरे-धीरे समझ में आया कि चु*यापंती की भी हद होती है!”

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लोकसभा चुनाव 2024: बंगाल में हिंसा के बीच देश भर में दूसरे चरण का मतदान संपन्न, 61%+ वोटिंग, नॉर्थ ईस्ट में सर्वाधिक डाले गए...

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के 102 गाँवों में पहली बार लोकसभा के लिए मतदान हुआ।

‘इस्लाम में दूसरे का अंग लेना जायज, लेकिन अंगदान हराम’: पाकिस्तानी लड़की के भारत में दिल प्रत्यारोपण पर उठ रहे सवाल, ‘काफिर किडनी’ पर...

पाकिस्तानी लड़की को इतनी जल्दी प्रत्यारोपित करने के लिए दिल मिल जाने पर सोशल मीडिया यूजर ने हैरानी जताते हुए सवाल उठाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe