सेना ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के सबसे बड़े आतंकी रियाज नायकू को मार गिराया है। वो हिजबुल का मुखिया था और सारी आतंकी गतिविधयों को संचालित करता आ रहा था। इसे हंदवाड़ा में आतंकियों की करतूतों के बदले में की गई जवाबी कार्रवाई माना जा रहा है। इससे पहले जम्मू कश्मीर के बेगपोरा से भारी गोलीबार की ख़बर आई थी और कहा गया था कि नायकू अपने घर के आसपास ही सेना के शिकंजे में आ गया है।
कश्मीर घाटी में आतंक-निरोधी अभियान की ये सबसे बड़ी सफलताओं में से एक मानी जा रही है। इस कार्रवाई को सेना, सीआरपीएफ और राष्ट्रीय राइफल्स ने मिल कर अंजाम दिया। उन्हें सूचना मिली थी कि रियाज अपने घर आया हुआ है, जिसके बाद घेराबंदी की गई। इसके बाद हुई मुठभेड़ में रियाज मारा गया। जुलाई 2016 में अनंतनाग में बुरहान वानी के मारे जाने के बाद रियाज ने ही हिजबुल की कमान संभाली थी।
Latest in “son of a headmaster” category… “33-year-old former maths teacher with a love for painting roses”.https://t.co/1SrJjyCn9o
— Anuraag Saxena (@anuraag_saxena) May 6, 2020
नायकू के बारे में मीडिया में कहा जा रहा है कि वो पहले गणित का शिक्षक था। इसी तरह बुरहान वानी को ‘हेडमास्टर का बेटा’ कह कर प्रचारित किया गया था। उसके ऊपर 12 लाख रुपए का इनाम भी था। वो 33 वर्ष की उम्र में आतंकी बन गया था। ज़ाकिर मूसा जब हिजबुल से अलग हो गया था तो इसी ने इस आतंकी संगठन को फिर से खड़ा किया था। इस बार वो अपने बीमार माँ को देखने आया था। आज से दो साल पहले सद्दाम पोद्दार को मारा गया था।
Two years ago on this day, SFs culled Hizbul Mujahideen terrorist Saddam Paddar. Today, SFs tipped off about Paddar’s successor Riyaz Naikoo coming to Beighpora to see his ailing mother. CASO on to look for him. This video shows Paddar and Naikoo in Shopian. pic.twitter.com/9xB2urhXiv
— Raj Shekhar Jha (@rajshekharTOI) May 5, 2020
इससे पहले हंदवाड़ा एनकाउंटर में पाकिस्तान के रहने वाले टॉप लश्कर आतंकी हैदर को सुरक्षाबलों ने मार गिराया था। भारतीय सेना के हाथ रविवार (मई 3, 2020) को ये बड़ी कामयाबी हाथ लगी थी। इसके कुछ दिनों बाद भारत ने कहा था कि वो पाकिस्तान के उन सभी क़दमों का कड़ा विरोध करता है, जिनके तहत वो अपने कब्जे वाले भारतीय प्रदेशों की स्थिति में बदलाव लाने के लिए उठा रहा है। भारत ने पाकिस्तान को तुरंत अपने अवैध कब्जे वाले प्रदेशों को खाली करने को कहा था।