Thursday, November 7, 2024
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इलाके के जिस नेता को फोन कर रहे पूर्व CM हरीश रावत, वो सब उन्हें कर रहे ‘बेइज्जत’: चुनाव लड़ना चाहते हैं, ऑडियो रिकॉर्डिंग लीक

उस नेता ने हरीश रावत से ऊँचे स्वर में कहा, "हमारे लिए कॉन्गेस का मतलब रंजीत रावत जी हैं। हम उनके साथ 10 साल से रामनगर के लिए लगे हुए हैं। कोरोना काल में भी हम यहाँ पर कार्य में जुटे हुए हैं, तो हम उनको कैसे छोड़ सकते हैं।"

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव (Uttarakhand Assembly Election) में कॉन्ग्रेस प्रत्याशियों के चयन को लेकर महाभारत हो रही है। पार्टी उत्तराखंड में अब तक 53 सीटों पर ही उम्मीदवारों की घोषणा कर पाई है। शेष 17 सीटों पर कॉन्ग्रेस (Congress) अभी तक अपने प्रत्याशियों के नाम पर मुहर नहीं लगा पाई है। यहाँ तक कि कॉन्ग्रेस चुनाव अभियान समिति के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) के चुनाव लड़ने को लेकर भी कॉन्ग्रेस हाईकमान फैसला नहीं ले पा रही है।

सोशल मीडिया पर हरीश रावत के कुछ ऑडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिसमें वह पार्टी द्वारा नजरअंदाज किए जाने पर काफी भावुक हैं। यही नहीं कभी उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री रहे रावत के इतने बुरे दिन आ गए हैं कि वह रामनगर सीट से लड़ने के लिए वहाँ के छुटपुट नेताओं को फोन कर रहे हैं, लेकिन वो सब उनकी बेइज्जती कर रहे हैं। बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कॉन्ग्रेस नेता हरीश रावत के कुछ ऑडियो भी शेयर किए हैं। साथ ही लिखा, “उत्तराखंड में कॉन्ग्रेस केवल हार ही नहीं रही है, हरीश रावत जी का खुद का भी बुरा हाल है। हरीश रावत जी कौन सी सीट से लड़े वो भी तय नहीं कर पा रहे।”

इस ऑडियो में रावत फोन पर कॉल के दौरान एक नेता से कह रहे हैं, “पार्टी चुनाव लड़ने की बात कर रही है, मुझसे पूछा उन्होंने तो मैंने कहा कि मैं रामनगर से लड़ सकता हूँ। क्या करूँ।” इस पर वह नेता कहता है “सर, यहाँ से तो रणजीत रावत जी चुनाव लड़ रहे हैं।” फिर हरीश रावत कहते हैं “हाँ, मुझे पता है, लेकिन मैंने उनसे (पार्टी) कहा था कि यहाँ से मुझे चुनाव लड़वाओ।”

पूर्व मुख्यमंत्री की बात पर हँसते हुए वह नेता कहता है कि इस बार तो रणजीत रावत जी हैं। आप उनके लिए आगे आइए, आपका स्वागत है। फिर रावत कहते हैं “पार्टी का आदेश होगा तो जरूर उनके लिए आऊँगा। हम तो पार्टी के लोग हैं, पार्टी के लिए जरूर आगे आएँगे। मगर आप लोग विचार किजिए इस पर।” नेता ने आगे कहा कि सर, अब इस पर विचार क्या करना है, इस सीट पर रणजीत रावत जी हैं।

रावत ने भावुक होते हुए कहा “जब पार्टी ने मुझसे कहा था कि आप लड़ो, तो उन्हें अपनी बात पर कायम रहना चाहिए। अगर उन्होंने पार्टी के हित में मुझे लड़वाने का फैसला लिया है, तो वह इससे पीछे कैसे हट सकते हैं।” इसके बाद वह नेता फिर अपनी बात को दोहराता है कि सर हम तो रणजीत रावत के साथ ही हैं, उन्होंने इस बार बहुत मेहनत की है। उनका (पार्टी) जो भी फैसला होगा, वह सर्वोपरी होगा।

तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने ट्विटर पर रावत का एक और ऑडियो शेयर किया है। दूसरी ​ऑडियो में हरीश रावत किसी विनय नाम के नेता को फोन करके कहते हैं कि पार्टी ने मुझसे कहा था कि तुम्हें टिकट देंगे, लेकिन अभी तक नहीं दिया। मैं क्या करूँ। इस पर वह नेता कहता है कि आप प्रचार के लिए आइए, हम तो इस समय पूरी तरह से रणजीत रावत के साथ हैं।

उस नेता ने हरीश रावत से ऊँचे स्वर में कहा, “हमारे लिए कॉन्गेस का मतलब रंजीत रावत जी हैं। हम उनके साथ 10 साल से रामनगर के लिए लगे हुए हैं। कोरोना काल में भी हम यहाँ पर कार्य में जुटे हुए हैं, तो हम उनको कैसे छोड़ सकते हैं।” इस पर पूर्व मुख्यमंत्री निराश होकर कहते हैं कि ठीक कह रहे हैं आप। चलिए अब मैं फोन रखता हूँ।” बता दें कि उत्तराखंड की कुल 70 विधानसभा सीटों के लिए 14 फरवरी को मतदान कराया जाएगा। वहीं 10 मार्च को नतीजे घोषित किए जाएँगे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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