Tuesday, November 5, 2024
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अब दिल्ली का जाफराबाद बना ‘शाहीन बाग’, सड़क पर बैठीं महिलाएँ, मेट्रो स्टेशन बंद

शाहीन बाग की तरह ही जाफराबाद मार्ग पर भी महिलाएँ लगभग डेढ़ महीने से सीएए के विरोध में धरने पर बैठी हैं। शनिवार रात साढ़े दस बजे धरने पर बैठी महिलाएँ जाफराबाद मुख्य सड़क पर उतर आईं। इसके बाद उन्होंने जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे...

शाहीन बाग में पिछले 2 महीने से भी ज्यादा समय से चल रहे महिलाओं के प्रदर्शन के बीच जाफराबाद में भी महिलाओं के प्रदर्शन से पुलिस अलर्ट हो गई। महिलाओं ने शनिवार (फरवरी 22, 2020) देर रात जाफराबाद में प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहाँ पर सुरक्षा व्यवस्था के भारी इंतजाम किए गए हैं। खुद दिल्ली पुलिस के डीसीपी (नॉर्थ-ईस्ट) वेद प्रकाश सूर्या घटनास्थल पर पहुँचे और साथ ही महिला पुलिसकर्मियों को भी वहाँ भेजा गया है।

बता दें कि शाहीनबाग की तरह ही जाफराबाद मार्ग पर भी महिलाएँ लगभग डेढ़ महीने से सीएए के विरोध में धरने पर बैठी हैं। शनिवार रात साढ़े दस बजे धरने पर बैठी महिलाएँ जाफराबाद मुख्य सड़क पर उतर आईं। उन्होंने जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के नीचे जमा होकर रोड को जाम कर दिया। बताया जा रहा है कि 500 से ज्यादा महिलाएँ सीएए के खिलाफ जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के पास एकत्र हो गईं।

जिसके बाद दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट को बंद कर दिया। इस स्टेशन पर ट्रेनें नहीं रूकेंगी। महिलाओं ने नारे लगाते हुए कहा कि वे तब तक प्रदर्शनस्थल से नहीं हटेंगी, जब तक केंद्र सरकार सीएए को रद्द नहीं कर देती। प्रदर्शनकारियों ने अपनी बाँह पर एक नीली पट्टी बाँधी और ‘जय भीम’ के नारे भी लगाए। इलाके में महिला पुलिसकर्मियों सहित भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है। महिलाओं ने सीलमपुर को मौजपुर और यमुना विहार से जोड़ने वाली सड़क नंबर 66 को अवरुद्ध कर दिया है। अचानक विरोध-प्रदर्शन के कारण यातायात बाधित हो गया। सड़क को खाली कराने के लिए पुलिस प्रदर्शनकारियों से बात करने की कोशिश कर रही है।

वहीं भीम आर्मी के प्रमुख चंद्र शेखर आजाद का दावा है कि ये सभी महिलाएँ उनके ‘भारत बंद’ के आह्वान पर धरने पर बैठी हैं। चंद्र शेखर आजाद ने ट्वीट कर कहा है, “ऐतिहासिक भारत बंद की शुरुआत जाफराबद सीलमपुर दिल्ली से कर दी गई है, दिल्ली के साथी जाफराबाद पहुँचें। आज संवैधानिक दायरे में रहते हुए पूरा भारत बंद किया जाएगा। बीजेपी सरकार को बहुजनों की ताकत का अहसास करवाया जाएगा।” भीम आर्मी का कहना है कि यह भारत बंद संविधान और रक्षण के साथ हो रहे छेड़-छाड़ के विरोध में है।

महिलाओ ने कहा कि वह रविवार (फरवरी 23, 2020) को हर हाल में पैदल मार्च निकालेंगी। महिलाओं ने बताया कि भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने रविवार को भारत बंद का आह्वान किया है, साथ ही मार्च निकालने का आह्वान किया हुआ है। दिल्ली में जहाँ-जहाँ सीएए के विरोध में धरने चल रहे हैं, वह सभी जगह गए थे और उन्होंने राजघाट के पैदल मार्च में शामिल होने की अपील की थी। हालाँकि पुलिस ने इस मार्च की अनुमति नहीं दी है। बता दें कि दिसंबर 2019 में जाफराबाद में सीएए विरोध के नाम पर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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