भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी समेत 13 लोगों का बुधवार (8 दिसंबर 2021) को तमिलनाडु के कुन्नूर में विमान हादसे में निधन हो गया। जब से उनके दुखद हेलिकॉप्टर दुर्घटना की खबर आई, तब से हर तरफ से श्रद्धांजलि दी जा रही है। गुजरात के अहमदाबाद में नवरंगपुरा पुलिस स्टेशन के पास एक फुटपाथ पर साधारण से मोची के श्रद्धांजलि देने के तरीके ने सोशल मीडिया पर विशेष रूप से ध्यान आकर्षित किया।
Yes i definately come from two India, one where a roadside shoemaker pays tribute to late CDS with his hard earn money and second where some anti national elements rejoice demise of CDS. My brother @Nagetive_Jordan spotted this on a footpath near navrangpura police station(1/2) pic.twitter.com/ALnM1ilpof
— आंगिरस (@righteous_monk_) December 9, 2021
@right_monk_ नाम के ट्विटर यूजर ने अहमदाबाद की सड़कों से एक मोची की तस्वीर शेयर की। उन्हें फुटपाथ पर जूते ठीक करते हुए देखा गया। उन्होंने अपनी अस्थाई दुकान के पास भगवा कपड़े से ढकी कुर्सी पर सीडीएस बिपिन रावत की तस्वीर लगाई थी। जनरल की तस्वीर के चारों ओर एक माला डाली गई थी। उसकी तस्वीर के सामने मोची ने सैनिक को श्रद्धांजलि देने के लिए कुछ फूल और अगरबत्ती जलाई थी।
ट्विटर यूजर के मुताबिक, बिपिन रावत के भाई ने इस पर गौर किया और मोची से पूछा कि उसने इस पर कितना खर्च किया है क्योंकि वह इसके लिए भुगतान करना चाहते हैं, लेकिन मोची ने इनकार कर दिया और गुजराती में जवाब दिया, “मैं इतना कमाता हूँ कि मैं अपने देशवासियों के लिए थोड़ा सा खर्च कर सकता हूँ। “
मोची के इस भावना को सोशल मीडिया पर काफी सराहना मिल रही है। एक तरफ ऐसे लोग हैं, जो इस तरह के छोटे-छोटे कामों से भी देश के लिए अपने प्यार का इजहार कर रहे हैं, और दूसरी तरफ, इस्लामवादियों और तथाकथित ‘कुलीनों’ का एक झुंड है, जो सीडीएस बिपिन रावत की मौत पर अपनी नफरत दिखाने से परहेज नहीं करते हैं।
दरअसल, उस समय भी जब हेलीकॉप्टर में मौजूद लोगों की स्थिति या घायलों या मृतकों की संख्या पर कोई पुष्टि नहीं हुई थी, कई व्यक्ति, पनाग, कर्नल बलजीत बख्शी, नेशनल हेराल्ड के संपादक एशलिन मैथ्यू जैसे कुछ पूर्व-सेना अधिकारी और कई अन्य लोगों ने हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जनरल रावत और अन्य के दुखद निधन पर बेतुके और असंवेदनशील ट्वीट पोस्ट किए थे।
Mi 17 हेलिकॉप्टर ने सुबह 11:48 पर सुलूर से उड़ान भरी। इसे 12:15 पर वेलिंगटन में लैंड करना था, लेकिन 12:08 मिनट पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल से संपर्क टूट गया। इस दौरान लोगों ने आवाज सुनी तो मौके पर पहुँचे और तुरंत ही रेस्क्यू शुरू किया। हेलिकॉप्टर में सवार 14 में से 13 लोगों की मृत्यु हो गई। इनमें सीडीएस बिपिन रावत एवं उनकी पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल थीं। जनरल बिपिन रावत वेलिंगटन के डिफेंस कॉलेज के छात्रों से बातचीत के लिए अपने एक शेड्यूल्ड कार्यक्रम पर थे।
जनरल रावत और उनकी पत्नी मधुलिका के पार्थिव शरीर को शुक्रवार सुबह 11 बजे 3 कामराज मार्ग पर उनके सरकारी आवास पर ले जाया जाएगा। दोपहर करीब दो बजे तीनों सेनाओं के सैन्य बैंड शवों को धौला कुआँ स्थित बराड़ श्मशान घाट तक ले जाएँगे। अंतिम संस्कार शाम 4 बजे निर्धारित है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज संसद में घोषणा की थी कि सीडीएस का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया जाएगा।