देश में नियम, कानून, औपचारिकताएँ निभाने की जब बात आती है तो ऐसा लगता है जैसे ये सभी सिर्फ आम आदमी और निचले वर्ग के लोगों के लिए बनाई गई प्रथाएँ हैं। क्योंकि अक्सर हम देखते हैं कि जब भी किसी सरकारी संस्था, सार्वजानिक जगह पर नियमों के पालन की बात आती है तो ऐसे लोग, जिन्हें खुद के ‘विशेष’ होने का एहसास होता है उन्हें नियमों का पालन करना संस्था पर एहसान करना लगता है।
हालाँकि, कुछ लोगों का यहाँ पर या भी कहना है कि दीपिका पादुकोण ने अपना पहचान पत्र दिखाकर ‘सहयोग’ किया है लेकिन, उनके ‘चाहिए?’ वाले प्रश्न से तो कम से कम ऐसा महसूस नहीं होता है। जो उन्होंने दिखाया वो ID प्रूफ कम और ‘सेलिब्रिटी कार्ड’ ज्यादा नजर आता है।
हाल ही में सोशल मीडिया पर ‘माई चॉइस’ वाली एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण का एक वीडियो सामने आया था जिसे लेकर वो खबरों में थीं। दरअसल दीपिका हाल ही में अपने पिता प्रकाश पादुकोण के साथ बेंगलुरु रवाना हुईं और उनका ये वीडियो इसी दौरान रिकॉर्ड किया गया। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि दीपिका अपने पिता के साथ एयरपोर्ट के अंदर जा रही हैं। लेकिन जब दीपिका एयरपोर्ट के अंदर एंट्री कर रही थीं, तभी एक सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें रोक लिया और उन्हें आवाज लगाते हुए पूछा- ‘आईडी-आईडी‘। इतना सुनकर दीपिका मुड़कर देखती हैं और पूछती हैं- ‘चाहिए?‘ इसके बाद दीपिका वापस आती हैं और अपना आईडी कार्ड उसे दिखाती हैं।
भिन्न है लोगों की प्रतिक्रियाएँ
दीपिका का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। लोग उनके विनम्र रिएक्शन को काफी पसंद कर रहे हैं। फैंस का कहना है कि आईडी के बारे में सुनते ही दीपिका तुरंत रुक गईं और अपना आईडी कार्ड दिखा दिया। उनमें एटिट्यूड नहीं है। एक अन्य यूजर ने कहा कि जिस तरह वो अपनी आईडी दिखाने के लिए तैयार थीं वह मुझे पसंद आया।
लेकिन, ऐसा नहीं है कि उन्हें केवल पॉजिटिव रिस्पॉन्स ही मिला। कुछ लोग इसपर दीपिका को गलत बताते हुए उन पर कमेंट भी कर रहे हैं जो कि बेहद स्वाभाविक है। खासकर तब जब आप अपनी फिल्मों की रिलीज़ से पहले अक्सर सामाजिक रूप से अचानक से सक्रीय होकर अपनी जागरूकता के नमूने दिखाने के लिए हमेशा प्रयत्नशील रहते हों।
कुछ लोगों का कहना है कि एयरपोर्ट पर जाने से पहले आईडी प्रूफ दिखाना जरूरी होता है तो दीपिका बिना आईडी दिखाए आगे कैसे गईं? वहीं कुछ का कहना है कि वो सेलेब हैं इसलिए उन्होंने आईडी दिखाना जरूरी नहीं समझा। कुछ का कहना है- “शुरुआत में भी गार्ड उनसे आईडी माँग रहा है लेकिन वो आगे बढ़ गईं। जब गार्ड ने उन से फिर से आईडी प्रूफ माँगा तो दीपिका पूछ रही हैं ‘चाहिए?’, बिलकुल चाहिए। वो वीवीआईपी हो सकती हैं। अपने फैंस के लिए भगवान या क्वीन हो सकती हैं लेकिन नियम सबके लिए बराबर होते हैं। बाकी दूसरे सेलेब्स की तरह उन्हें भी अपने आप आईडी दिखानी चाहिए थी।”
‘माई लाइफ माई चॉइस’ जैसी प्रगतिशील विचारधारा रखने वाली दीपिका पादुकोण को ऐसे नियम कानून मानने में आखिर समस्या भी क्यों होनी चाहिए जो बने ही हम सबकी सुविधा के लिए हों? लेकिन फिर भी अक्सर देखा जाता है कि अपनी पहचान बताना या प्रूफ देना उन्हें अपने अहंकार और सम्मान पर चोट नजर आती है। चाहे वाकया शाहरुख खान का हो या फिर दीपिका पादुकोण का हो, आम आदमी को कभी सिक्योरिटी गार्ड से पलटकर “चाहिए” या फिर “दूँ क्या?” जैसे सवाल पूछते नहीं देखा जाता है।