भारतीय खिलाड़ी, स्पेशल फोर्सेज़ के रिटायर्ड सैनिक और भाजपा सदस्य मेजर सुरेंद्र पूनिया ने ट्विटर पर हैरतंगेज़ स्क्रीनशॉट शेयर किए हैं। इसमें गूगल के ऍप स्टोर पर ‘गज़वा ए हिन्द’ के नाम से एक ऍप और एक किताब डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध दिखाए जा रहे हैं। इस ट्वीट में उन्होंने एनआईए, गृह मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय को टैग करते हुए उनका ध्यान दिलाया है। साथ ही अपने फॉलोवर्स से इस ऍप को गूगल को रिपोर्ट करने के लिए भी कहा है।
Unacceptable
— Major Surendra Poonia (@MajorPoonia) November 5, 2019
Hello @Google It’s shocking & beyond belief that your @GooglePlay store giving platform to a ideology of terrorism,violence & radicalisation- Ghazwa-e-Hind@PMOIndia Govt of India MUST ban it immediately?@NIA_India@HMOIndia @CyberDost
Friends,Pl report to Google? pic.twitter.com/SyTJ2dFJVu
बता दें कि गज़वा ए हिन्द का मतलब हिंदुस्तान पर हमला और उसे दार उल इस्लाम बनाने की लड़ाई होता है। आठवीं सदी में सिंध और मुल्तान को खलीफा के लिए जीतने वाले मुहम्मद बिन खलीफा से लेकर आज पाकिस्तान और अन्य कट्टरपंथियों को भारत से दुश्मनी इसी के चलते है।
मेजर पूनिया के ट्वीट को ट्विटर पर तेज़ी से रीट्वीट भी किया जा रहा है। एक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्थक प्रशांत ने कहा कि अगर गूगल इस पर कार्रवाई न करे तो गूगल पर कार्रवाई होनी चाहिए।
@narendramodi @PMOIndia @AmitShah @HMOIndia @DelhiPolice @BJP4India Please stop the sales of terrorist “Ghazwa-e-Hind” apps on @GooglePlay immediately. They spread hate & violence against Hindus. If @GoogleIndia does not respond then take action against @Google for allowing this https://t.co/kc7HOtqGxa
— Prashant (@VAJR) November 5, 2019
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अंशुल सक्सेना ने भी रीट्वीट करते हुए संचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद को टैग किया। उन्होंने पूछा कि गूगल अपने प्लेटफोर्म पर कट्टरपंथ को जड़ें कैसे जमाने दे सकता है। साथ ही ऍप और किताब की लिंक भी डालते हुए इन्हें रिपोर्ट करने की अपील की।
I’m shocked to see that Ghazwa-e-Hind is on Google Play Store
— Anshul Saxena (@AskAnshul) November 5, 2019
How can @GooglePlay, @GooglePlayDev allow Radicalization on its platform?
Is @NIA_India aware of this?
Kindly wake up @rsprasad & ban such applications.
Links:
1. https://t.co/Kz9SQJJbbE
2. https://t.co/GEhydLz5Vw pic.twitter.com/qita4GAaNN
कुछ सोशल मीडिया यूज़रों ने रिपोर्ट करने की प्रक्रिया भी स्टेप बाई स्टेप बतानी शुरू कर दी है। सलाह दी है कि रिपोर्ट करते समय कैटेगरी में ‘अब्यूसिव ऑर हार्मफुल कंटेंट’ रखा जाए।
Dangers of Islamic Radical Thought
— Sushil Sancheti ?? (@SushilSancheti9) November 5, 2019
Go to play store, search ghazwa e hind, tap the app, and then tap the menu on top right (three dots) and tap flag as inappropriate. Next page tap abusive or hateful content. And then submit
Please RT maximum. ?? pic.twitter.com/qLNUopzIsc
The play store did not know the meaning of Ghazwa-e-Hind. They take action after a collective report of any app. Anyone can upload their app on the PlayStore only with an annual subscription to the Play Store.@GooglePlay @GoogleIndia @sundarpichai https://t.co/rIu2Uupqsv
— ??Mr. Robot?? (@csindia_) November 5, 2019