चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी अपने पूर्व छात्रों के कारण विवादों में है। नेटिजन्स ने बुधवार (15 जून 2022) को यूनिवर्सिटी को जानकारी दी कि उनके एलुमनी सेक्शन (Alumni Section) में भारत का गलत नक्शा दिखता है। इसमें उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) को पाक का हिस्सा बताया है। ट्विटर पर यह जानकारी सबसे पहले यूजर root3vil ने दी। उन्होंने पेज का एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए पूछा, “अरे चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, क्या आप पीओके को भारत का हिस्सा नहीं मानते हैं?”
Hey @Chandigarh_uni, don’t you consider POK a part of India ? pic.twitter.com/wVOws5Phv7
— root3vil (@root3vil) June 15, 2022
इसके बाद कई नेटिजन्स ने उनके पोस्ट पर प्रतिक्रिया व्यक्त की और उन छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की माँग की। सुप्रीम कोर्ट के वकील शशांक शेखर झा ने पंजाब पुलिस को टैग करते हुए कहा, “प्रिय पंजाब पुलिस, कृपया भारत का अधूरा नक्शा अपनी वेबसाइट पर डालने और पाकिस्तान में लद्दाख और कश्मीर के कुछ हिस्सों को दिखाने के लिए चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करें।”
Dear @PunjabPoliceInd: Kindly initiate legal action against @Chandigarh_uni for putting incomplete map of India 🇮🇳 on their website and showing parts of Ladakh and Kashmir in Pakistan 🇵🇰 pic.twitter.com/aoW0mXVX7I
— Shashank Shekhar Jha (@shashank_ssj) June 15, 2022
लेखक अरिन कुमार शुक्ला लिखते हैं, “देश में इस तरह के नक्शों का इस्तेमाल प्रतिबंधित होना चाहिए। यह न केवल भारत विरोधी है, बल्कि हमारे कश्मीरी भाइयों और बहनों की भावनाओं को भी आहत करता है।” शुक्ला ने अपने ट्वीट में गृह मंत्री अमित शाह, गृह मंत्रालय और पीएमओ को भी टैग किया।
Use of these kind of maps must be prohibited in the nation. This not only is anti-India, but also hurts sentiments of our Kashmiri brothers and sisters. Take action @AmitShah @AmitShahOffice @PMOIndia https://t.co/WWBjp2pyJx
— Arin Kumar Shukla, FRAS 🇮🇳 (@arinkumarshukla) June 15, 2022
नेटिजन दुर्गेश कुमार लाठ ने गृह मंत्री अमित शाह को टैग करते हुए कहा, “क्या इसे ठीक किया जा सकता है? ऐसा कई बार होता है, या तो भूल से या जानबूझ कर? कॉरपोरेट/शैक्षणिक संस्थानों/व्यक्तियों को सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए नक्शे का उपयोग करना चाहिए।”
@AmitShah Ji can this be rectified? This happens many times, either by Oversight or intent? Corporates/educational institutes/individuals must use map provided by the government. https://t.co/7mWNiO0keP
— Durgesh Kumar lath (@durgeshlath) June 16, 2022
ट्विटर यूजर श्रीनिवास ने कहा, “चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी शर्म करो! डीजीपी चंडीगढ़ पुलिस, गृह मंत्री अमित शाह, गृह मंत्रालय दोषियों पर सख्त और तत्काल कार्रवाई करें। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का बेहद गैर-जिम्मेदाराना रवैया इस देश की युवा पीढ़ी को बिगाड़ने के लिए जिम्मेदार है।”
Have shame you @Chandigarh_uni ! @DgpChdPolice @HMOIndia @AmitShah take strict and immediate action on the culprits. Extremely irresponsible behaviour by #Chandigarh university which is responsible for shaping the young generation of this country..@PMOIndia @narendramodi https://t.co/0fxDBkF8xB
— श्रीनिवास🇮🇳 (@shreeniwaz) June 15, 2022
मौके का फायदा उठाते हुए पाकिस्तानी यूजर्स इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने लगे। पाकिस्तान में अलीगोगा नाम के एक ट्विटर यूजर ने कहा, “चंडीगढ़ विश्वविद्यालय भी जानता है कि कश्मीर पाकिस्तान का है।” हालाँकि, उसने अपने ट्वीट में गलत ट्विटर हैंडल को टैग किया।
सोशल मीडिया पर फैले आक्रोश के बाद चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने एलुमनी सेक्शन (Alumni section) को हटा दिया है। नेटिजन्स द्वारा गलत नक्शे की जानकारी देने के बाद हमने इसकी सत्यता की पुष्टि की। हमने देखा कि विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट से (Alumni Section) इसे हटा दिया गया है, क्योंकि वेबसाइट का यह पेज अब ओपन नहीं हो रहा है।
हालाँकि, पेज Archive.org पर उपलब्ध है। ट्विटर पर उपलब्ध स्क्रीनशॉट और आर्काइव पेज से यह स्पष्ट है कि विश्वविद्यालय ने भारत के गलत नक्शे का इस्तेमाल किया।
बता दें कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी पंजाब में स्थित एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी है। यह पंजाब यूनिवर्सिटी से किसी भी तरह से जुड़ी हुई नहीं है।