वीडियो प्लेटफॉर्म YouTube ने राष्ट्र एवं धर्म के विषयों को उठाते हुए कंटेंट बनाने वाले चैनल ‘String’ को डिलीट कर दिया है। न कोई चेतावनी दी गई और न ही बताया गया कि चैनल ने क्या गलती की है, सीधे इसे हटा दिया गया। YouTube ने एक सन्देश भेज कर कहा है कि चैनल ने प्लेटफॉर्म द्वारा तय किए गए दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया है, इसीलिए इसे डिलीट किया जाता है। इसके बाद ‘String’ के संचालक विनोद कुमार ने पूछा है कि आखिर किसे खुश करने के लिए उनका चैनल डिलीट किया गया?
बता दें कि ये कार्रवाई तब की गई है, जब विनोद कुमार ने ‘The Vaccine War’ फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री के साथ एक इंटरव्यू शूट किया था और इसे यूट्यूब पर पब्लिश किया ही जाने वाला था। अब चिलकुर बालाजी मंदिर के महंत रंगराजन ने इसके लिए यूट्यूब की निंदा की है। उन्होंने इस एक्शन को अवैधानिक करार दिया है। चिलकुर रंगराजन ने कहा कि बिना कोई कारण बताए या नोटिस दिए ‘String Reveals’ चैनल को अचानक से डिलीट कर दिया जाना YouTube के उपद्रवी व्यवहार को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, “YouTube एक कमर्शियल प्लेटफॉर्म है। एक व्यापारिक कंपनी है। ऐसी कंपनियों में नियम-कानून होते हैं, लेकिन अपनी इच्छानुसार कुछ भी कर देना या अपने कहे को ही सर्वोपरि मानना, बिना कारण बताए ‘String’ चैनल को डिलीट करना दुःखी करने वाला है। मैं केंद्र सरकार से एक सीधा सवाल पूछता हूँ – YouTube को इस देश में इतनी आज़ादी क्यों है? इस देश में IT एक्ट लागू है भी या नहीं? यूट्यूब भारत के संविधान के हिसाब से काम कर रहा है या नहीं।”
This act of @YouTube deleting the channel without prior notice is a unconstitutional – Chilkur Balaji Temple Priest. Thank you so much for your support @csranga 🙏
— String (@StringReveals) September 23, 2023
Please paste this in comments.#BringBackStringChannel#IStandWithVinod pic.twitter.com/qCc1tVHeul
उन्होंने कहा कि ‘String’ चैनल को तुरंत वापस लाया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि जो ताकतें सनातन धर्म को खत्म करने के लिए उद्यत हैं, उन्होंने ही आपस में हाथ मिला कर ‘String’ चैनल को यूट्यूब से डिलीट करवाया है। चिलकुर बालाजी मंदिर के महंत ने ये भी कहा कि संविधान के अनुच्छेद-19 द्वारा दी गई अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार का YouTube ने उल्लंघन किया है। उन्होंने केंद्र सरकार से इस चैनल को रीस्टोर किए जाने के लिए कदम उठाने का निवेदन किया।