स्टेन्फोर्ड इंटरनेट ऑब्जर्वेट्री (SIO) की एक रिपोर्ट में पाकिस्तान के फेसबुक और इंस्टाग्राम के एक नेटवर्क को उजागर किया गया है। ये सोशल मीडिया अकाउंट पाकिस्तानी सत्ताधारी प्रतिष्ठान की आलोचना करने वाले फेसबुक पेजों की सामूहिक रूप से रिपोर्टिंग करने में लिप्त थे।
स्टेन्फोर्ड इंटरनेट ऑब्जर्वेट्री की रिपोर्ट में कहा गया है कि 31 अगस्त 2020 को पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहे 103 फेसबुक पेज, 78 फेसबुक ग्रुप, 453 फेसबुक अकाउंट और 107 इंस्टाग्राम अकाउंट्स को गलत व्यवहार में शामिल होने के चलते सस्पेंड कर दिया गया।
फेसबुक ने इस कार्रवाई में इस नेटवर्क को बनाने में पाकिस्तानियों के शामिल होने की बात कही। फेसबुक ने 28 अगस्त को SIO के साथ इस नेटवर्क का एक हिस्सा साझा करते हुए जानकारी दी थी, जिसके बाद SIO ने जाँच की और अपनी रिपोर्ट सामने लाई।
रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे पाकिस्तान में सोशल मीडिया एकाउंट्स के एक नेटवर्क ने पाकिस्तानी राष्ट्रवादी संदेश पोस्ट किए और भारत सरकार की आलोचना की। इसने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कैसे ग्रुप्स और पेज चलाने वालों ने सोशल मीडिया यूजर्स को इस्लाम या पाकिस्तानी सेना/सरकार की आलोचना करने वाले एकाउंट्स को रिपोर्ट करने का नेटवर्क चलाया जा रहा था।
इनमें से कई ग्रुप्स और पेजेज़ के ज़रिए पाकिस्तानी राष्ट्रवादी सामग्री पोस्ट की गई, जिसमें आईएसआई, पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ की तारीफ भी शामिल है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उनके पोस्ट भारत में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने में काफी सक्रिय थे।
पाकिस्तान के कुछ नेता भी इन ग्रुप्स से जुड़े हुए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में इस तरह की गतिविधि का यह पहला मामला नहीं है। अप्रैल 2019 में फेसबुक ने पाकिस्तानी सेना के इंटरसर्विस पब्लिक रिलेशन विंग से जुड़े एकाउंट्स के एक नेटवर्क को निलंबित कर दिया था। पाकिस्तानी राजनेता पाकिस्तान में प्रो-हैशटैग ट्रेंड कराने के लिए प्रमुख सोशल मीडिया ट्रोल के साथ सीधे काम करते हैं।
एसआईओ के एक रिसर्च स्कॉलर शेल्बी ग्रॉसमैन के अनुसार, इन ग्रुप्स ने अपनी सफलताओं के बारे में बार-बार दावा किया और जानबूझकर फर्जी नाम से अकाउंट बनाकर अन्य अकाउंट्स को टारगेट किया, जो कि स्पष्ट रूप से फेसबुक की नीतियों का उल्लंघन है। शेल्बी ग्रॉसमैन ने कहा कि नेटवर्क ने एक साथ ढेर सारे अकाउंट को रिपोर्ट करने के लिए क्रोम एक्सटेंशन ऑटो रिपोर्टर का इस्तेमाल किया, जो संभवत: सीधे रिपोर्टिंग का लिंक जेनरेट करता है।
The network found accounts they perceived to be critical of Islam or Pakistan & pushed links to Groups & Pages that took users directly to Facebook’s site to report an account. They even included instructions on how to open dozens of tabs simultaneously to expedite reporting. 💻 pic.twitter.com/LGh3uaMuzx
— Shelby Grossman (@shelbygrossman) September 1, 2020
सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की फर्जी खबरों को लेकर भारत ने अपनी कड़ी आपत्ति दर्ज की है। खासकर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर फर्जी सामाचार प्रचारित करने का पाकिस्तान को दोषी ठहराया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि ने बताया कि फेसबुक और इंस्टाग्राम का इस्तेमाल दुर्भावनापूर्ण प्रचार, गलत सूचना और फर्जी खबरों के लिए किया जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि ने ट्वीट के जरिए पाकिस्तान की इस हरकत को संयुक्त राष्ट्र के समक्ष रखा। स्थाई प्रतिनिधि का यह ट्वीट तब आया है, जब फेसबुक और इंस्टाग्राम ने पाकिस्तान के कई समूहों और व्यक्तिगत अकाउंट पर कार्रवाई करते हुए भारत विरोधी कई पोस्टों को ब्लॉक कर दिया है।
Malicious propaganda, misinformation, #infodemic, fake news. Call it what you may.
— India at UN, NY (@IndiaUNNewYork) September 1, 2020
Do read this report from the @stanfordio on motivated false propaganda from Pakistan.
The truth is out for the world to see. @UN @MEAIndia @IndianDiplomacy https://t.co/grYjBcuPXw
यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने एक ट्वीट में इस रिपोर्ट को शेयर किया है। यूएन में भारत के परमानेंट मिशन के ट्विटर हैंडल पर कहा गया, “भारत की छवि खराब करने के लिए प्रोपेगेंडा चला जा रहा है। यहाँ फेक न्यूज और गलत जानकारियाँ फैलाई जा रही हैं। एसआईओ की यह रिपोर्ट पढ़नी चाहिए कि किस तरह जानबूझकर ये फर्जी प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है। सच्चाई दुनिया के सामने आ चुकी है।”