Thursday, November 14, 2024
Homeसोशल ट्रेंड'56 साल में 12 मेडल, इस साल अकेले 17 मेडल': लोगों ने पूर्व PM...

’56 साल में 12 मेडल, इस साल अकेले 17 मेडल’: लोगों ने पूर्व PM नेहरू को याद किया: चेतन भगत को भी हल्का-फुल्का क्रेडिट

भारतीय पैरालंपियन खिलाड़ियों द्वारा टोक्यो पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन को लेकर कई सोशल मीडिया यूजर्स ने आँकड़े शेयर किए और पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू को इसके लिए धन्यवाद दिया।

ओलंपिक खेलों में भारतीय खिलाड़ियों द्वारा देश के लिए मेडल लाने के बाद अब टोक्यो पैरालंपिक गेम्स 2020 में भारतीय पैरालंपिक खिलाड़ियों ने कई मेडल्स जीते हैं। पैरालंपियन खिलाड़ियों ने अब तक 16 मेडल्स हासिल किए हैं, जो कि 1960- से वर्ष 2016 तक जीते गए 12 मेडल्स की तुलना में कहीं अधिक हैं। इसी को लेकर सोशल मीडिया पर लोग तंज कसते हुए पूर्व प्रधान मंत्री जवाहर लाल नेहरू को धन्यवाद दे रहे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल पैरालंपिक्स खेल 2020 में भाविना पटेल ने टेबल टेनिस में सिल्वर मेडल, हाई जम्प में निषाद कुमार ने सिल्वर मेडल, अवनी लेखारा ने 10 मीटर राइफल शूटिंग में गोल्ड, जैवेलिन थ्रो में देवेंद्र झाझरिया ने सिल्वर, सुंदर सिंह गुर्जर ने जैवेलिन थ्रो में कांस्य, योगेश कथुनिया ने डिस्कस थ्रो में सिल्वर, सुमित अंतिल ने जैवेलिन थ्रो में गोल्ड मेडल, सिंहराज अधाना ने शूटिंग कांस्य, मरियप्पन थंगावेलू ने मेन्स हाई जम्प में सिल्वर, शरद कुमार ने भी पुरुषों के हाई जम्प में कांस्य, प्रवीन कुमार ने पुरुषों के हाई जम्प में सिल्वर, अवनी लेखारा ने महिलाओं के 50 मीटर राइफल शूटिंग में कांस्य पदक, हरविंदर सिंह ने आर्चरी में कांस्य पदक जीता है। इसके अलावा प्रमोद भगत ने पहली बार बैडमिंटन में गोल्ड मेडल हासिल किया है। इसी के साथ भारत ने टोक्यो पैरालंपिक-2020 खेलों में अब तक कुल 17 मेडल हासिल कर लिए हैं।

भारतीय पैरालंपियन खिलाड़ियों द्वारा टोक्यो पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन को लेकर फर्रागो अब्दुल्ला नाम के यूजर ने आँकड़े शेयर किए और पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू को इसके लिए धन्यवाद दिया।

इस पर ट्रैवेलिंग नाम के यूजर में भारतीय खिलाड़ियों के इस प्रदर्शन के लिए मोदी सरकार को श्रेय दिया और कहा कि मोदी सरकार ने खेल पर ध्यान दिया है जिस कारण से भारत ने इतना अच्छा प्रदर्शन किया है। अन्यथा दूसरे तो भारतीय खिलाड़ियों को केवल भोजन-पानी और आवास में उलझाकर रखते थे। क्योंकि इससे सत्ता के लिए खतरा कम रहता।

अरुन सिंह इंडियन नाम के यूजर ने पूर्व प्रधान मंत्री राजीव गाँधी पर निशाना साधते हुए कहा, “80 के दशक में दिल्ली में हुए एशियन गेम्स में एक भारतीय एथलीट ने गोल्ड जीता और राजीव गाँधी अखाड़े में उतरे। उनके एक चमचे ने एथलीट को उनके पैर छूकर आशीर्वाद लेने के लिए मजबूर किया। वह कॉन्ग्रेसी तरीके से एथलीट को दिया गया प्रोत्साहन था।”

इस बीच एक अन्य यूजर ने चेतन भगत के हालिया बयान को लेकर उनके मजे लेते हुए कहा कि इसके लिए उन्हें धन्यवाद दिया जाना चाहिए कि उन्होंने पीएम मोदी को खेलों के बारे में सोचने के लिए प्रोत्साहित किया।

राहुल देव नाम के यूजर ने खेल रत्न अवार्ड से राजीव गाँधी के नाम हटाने को भारत के मेडल जीतने से जोड़ा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

Kuldeep Singh
Kuldeep Singh
हिन्दी पत्रकारिता के क्षेत्र में करीब आधे दशक से सक्रिय हूँ। नवभारत, लोकमत और ग्रामसभा मेल जैसे समाचार पत्रों में काम करने के अनुभव के साथ ही न्यूज मोबाइल ऐप वे2न्यूज व मोबाइल न्यूज 24 और अब ऑपइंडिया नया ठिकाना है।

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कश्मीर को बनाया विवाद का मुद्दा, पाकिस्तान से PoK भी नहीं लेना चाहते थे नेहरू: अमेरिकी दस्तावेजों से खुलासा, अब 370 की वापसी चाहता...

प्रधानमंत्री नेहरू पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर सौंपने को तैयार थे, यह खुलासा अमेरिकी दस्तावेज से हुआ है।

‘छिछोरे’ कन्हैया कुमार की ढाल बनी कॉन्ग्रेस, कहा- उन्होंने किसी का अपमान नहीं किया: चुनावी सभा में देवेंद्र फडणवीस की पत्नी को लेकर की...

कन्हैया ने फडणवीस पर तंज कसते हुए कहा, "हम धर्म बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और डेप्युटी सीएम की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील बना रही हैं।"

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -