कंगना रनौत और संजय राउत के बीच चल रही जुबानी जंग अब सोशल मीडिया पर सभी के लिए बहस का विषय बन गई है। ऐसे में संजय राउत ने अपनी ‘हरामखोर’ वाली टिप्पणी पर स्पष्टीकरण पेश किया है। उनका कहना है कि उन्होंने कंगना रनौत को हरामखोर इसलिए बोला था क्योंकि इसके मायने महाराष्ट्र में अलग हैं। राउत के अनुसार हरामखोर का मतलब वहाँ नॉटी या बेईमान होता है।
संजय राउत ने कंगना को केंद्र से मिली सुरक्षा पर कहा कि महाराष्ट्र की छवि बिगाड़ने की कोशिश की गई है। उन्होंने मुंबई पुलिस को क्रेडिट देते हुए कहा कि मुंबई पुलिस की वजह से बॉलीवुड से अंडरवर्ल्ड का सफाया हुआ है।
संजय राउत ने बोला, “अगर महाराष्ट्र सरकार नहीं दे पाती सुरक्षा तो एक्टर्स मुंबई में इतने अच्छे से काम नहीं कर सकते थे। मुंबई पुलिस की वजह से सब सुरक्षित हैं। एक जमाने में अंडरवर्ल्ड का खतरा था। धमकियाँ आती थीं। मुंबई पुलिस ने सब साफ कर दिया। एक व्यक्ति चाहे महिला हो या पुरुष कलाकार, वो पूरी इंडस्ट्री नहीं है।”
उन्होंने कहा, “100 साल के इतिहास में किसी ने ऐसी (कंगना जैसी) बात नहीं की है। अगर आपके पास ड्रग्स को लेकर जानकारी है तो आप पुलिस को बताओ। मुंबई पुलिस को बताओ, अपने शहर की पुलिस के पास जाओ। आपके तो रिश्ते भारतीय जनता पार्टी से भी अच्छे हैं तो दिल्ली में जाकर शिकायत करो।”
वह कहते हैं कि उनके ख़िलाफ़ एक पॉलिटिकल पार्टी माहौल बनाना चाहती है। मगर वह उसका भी स्वागत करते हैं। उन्होंने अपनी बात साबित करने के लिए कुछ पुराने उदाहरण दिए। उन्होंने कहा, ” मुझे मालूम है कि इस मामले में शाहरुख खान की बात आई थी, आमिर खान की पत्नी की बात आई थी, मेरी पार्टी शिव सेना और मैंने स्टैंड लिया। आप अपनी भाषा में कोई माहौल बनाना चाहते हो तो वो अलग बात है।”
वह बोलते हैं, “मेरा हरामखोर कहने से वो मतलब नहीं था। हमारे महाराष्ट्र में ‘तू हरामखोर है’ का मतलब है कि नॉटी है, बेईमान है। कंगना दोनों है। मेरे हिसाब से वे नॉटी गर्ल हैं। मैंने देखा है कि वो मजा-मजाक करती हैं। और कोई भी लड़की मुंबई में रहती है, अगर देश के साथ ऐसा करती है। तो मैं कहता हूँ कि वो बेईमान है।”
गौरतलब है कि संजय राउत की इस टिप्पणी के बाद अब सोशल मीडिया यूजर्स ने उनकी चुटकी लेनी शुरू कर दी है। मध्य प्रदेश के भाजपा नेता विश्वास सारंग लिखते हैं, “संजय राउत की अति मासूम सफ़ाई बिल्कुल उस तरह की लग रही है, जैसे बच्चों की तरफ़ से शादी के कार्ड में लिखवाया जाता है -हमाले चाचा की शादी में जलूल-जलूल आना।”
संजय राउत ( @rautsanjay61 ) की अति मासूम सफ़ाई बिल्कुल उस तरह की लग रही है जैसे बच्चों की तरफ़ से शादी के कार्ड में लिखवाया जाता है –
— Vishvas Sarang (@VishvasSarang) September 7, 2020
” हमाले चाचा की शादी में जलूल – जलूल आना ” pic.twitter.com/CU0x5Llo0s
भाजपा यूथ विंग के राष्ट्रीय सचिव सौरभ चौधरी लिखते हैं, “अगर अब आप किसी भी सोनिया सेना के नेता को हरामखोर कहेंगे तो वो बुरा नहीं मानेंगे क्योंकि आज ही उनके टट्टू संजय राउत ने उसका मतलब बताया कि उनकी पार्टी में नॉटी समझा जाता है। तो पप्पू के काका एक बार उद्धव ठाकरे और राहुल गाँधी को भी बोलो न नॉटी…प्लीज।”
अगर अब आप किसी भी सोनिया सेना के नेता को हरामखौर कहेंगे तो वो बुरा नहीं मानेंगे क्युकी आज ही उनके टटू @rautsanjay61 ने उसका मतलब उनकी पार्टी में naughty समझा जाता हैं। तो पप्पू के काका एक बार एक बार @OfficeofUT और @RahulGandhi को भी बोलो ना, Naughty… Please.
— Sourabh Choudhary (@MrChoudharyS) September 7, 2020
पत्रकार सुशांत सिन्हा लिखते हैं, “संजय राउत की परिभाषा के हिसाब से हरामखोर का मतलब नॉटी बताकर उन्होंने बहुत ही ‘हरामखोर’ जवाब दिया है।”
संजय राउत की परिभाषा के हिसाब से हरामखोर का मतलब नॉटी बताकर उन्होंने बहुत ही ‘हरामखोर’ जवाब दिया है।
— Sushant Sinha (@SushantBSinha) September 7, 2020
इसी तरह पत्रकार रोहित सरदाना लिखते हैं, “हरामखोर=नॉटी। बेवजगह का बवाल बनाया। नॉटी गर्ल! संजय राउत ने मजाक करने की कंगना की आदत की वजह से ऐसा कहा था।”
हरामखोर=नॉटी. 🤓
— रोहित सरदाना (@sardanarohit) September 7, 2020
बेवजह का बवाल बनाया. नॉटी गर्ल! संजय राउत ने मज़ाक़ करने की कंगना की आदत की वजह से ऐसा कहा था! 🤭 pic.twitter.com/fTc48mrv8x
कार्टूनिस्ट मंजुल लिखते हैं, “संजय राउत जी भी कुछ कम नॉटी नहीं हैं।” वहीं, भाजपा से जुड़े रवि राणा इस टिप्पणी पर संजय राउत से पूछते हैं कि संजय राउत कौन से स्कूल में शिक्षा ली है।
मै बहुत नॉटी हु !
— Ravi Rana (@raviranabjp) September 8, 2020
Naughty बोले तो “हरामखोर” ? @rautsanjay61 सर कौन से स्कूल से आप की दीक्षा हुई है ? pic.twitter.com/rx8WgrCJYM