पटना स्थित ‘Khan GS Research Centre’ के संचालक और यूट्यूब के जरिए अलग अंदाज़ से पढ़ाने वाले शिक्षक ‘खान सर’ सोशल मीडिया पर विवादों में हैं। कोई उन्हें संघी बता रहा है तो कोई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थक। ‘खान सर’ को लेकर ‘रिपोर्ट ऑन खान सर’ और ‘फेक खान सर’ जैसे कई ट्रेंड्स चल रहे हैं। साथ ही उनके कुछ वीडियोज के क्लिप्स भी शेयर किए जा रहे हैं और उन्हें ‘अमित सिंह’ बताया जा रहा है।
बता दें कि यूट्यूब पर ‘खान सर’ के 92.7 लाख सब्सक्राइबर्स हैं। ‘टीपू सुल्तान पार्टी’ ने खान सर की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “हमें नहीं पता कि ये व्यक्ति मुस्लिम है भी या नहीं लेकिन ये निश्चित रूप से एक संघी है।” इस ट्वीट की रिप्लाई में सलीम शेख ने कहा कि ये मुस्लिम नहीं हो सकता। वहीं किसी ने इसे ‘संघी खान’ बताया तो किसी ने दावा किया कि उनका असली नाम अमित सिंह है और उनकी अकादमी के छात्रों ने उन्हें ‘खान सर’ का नाम दे दिया है।
We do not know whether this person is Muslim or not,
— Tipu Sultan Party ٹیپو سلطان پارٹی (@TSP4India) May 22, 2021
But Sanghi is definitely
#ReportOnKhanSir pic.twitter.com/uSlysQmlQ5
राहुल मिश्रा नामक यूजर ने ट्विटर पर रक वीडियो शेयर किया, जिसमें खान सर कहते दिख रहे हैं, “मोदी जी मैं आपको गारंटी देता हूँ कि आपको हराने वाले कोई होगा ही नहीं, जब तक मुस्लिम लोग आपको गाली देना नहीं छोड़ेंगे।” साथ ही उन्होंने साजिद रशीदी, शोएब जमाई और अंसार रजा जैसों के लिए ‘बकलोल’ शब्द का इस्तेमाल करते हुए कहा कि ये हिन्दुओं और मोदी को गाली देने के लिए पैसे मिलते हैं।
Why Modi ji wins again and again.
— Mishraji👁️🗨️💌 (@Rahul32649739) May 17, 2021
Explained by #khansir#WeAreWithYouPmModiJi
pic.twitter.com/MqCLmviN6b
मोहम्मद समीर विंधानी ने खान सर को ‘फेक मुस्लिम’ बताते हुए लिखा कि उनका असली नाम अमित सिंह है। इसके लिए उसने खान सर के एक कथित इंटरव्यू का टेक्स्ट शेयर किया, जिसमें लिखा है कि एक बैच में उन्हें ‘फैज़ल खान’ नाम दे दिया, वरना पहले लोग उन्हें अमित सिंह कहते थे।
समजो और देखो pic.twitter.com/rIRvsFUg9j
— Mohammad Sameer VINDHANI(memon) (@VindhaniMemon) May 23, 2021
अमित शर्मा नामक यूजर ने भी खान सर का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि उन्होंने काफी अच्छे से सुरेश और अब्दुल के बीच का अंतर समझाया है। इसमें खान सर कहते हैं, “समास का एक प्रकार है द्वन्द समास, जिसमें एक ही चीज के 2 अर्थ होते हैं। जैसे, सुरेश ने जहाज उड़ाया। अब्दुल ने जहाज उड़ाया। दोनों के अलग-अलग अर्थ हैं। सुरेश ने जहाँ जहाज चलाया, वहीं अब्दुल ने उड़ाया मतलब भड़काया।”
Difference between Suresh & Abdul explained by #khansir pic.twitter.com/daLfhJviqo
— अमित शर्मा (@AmitsharmaGRENO) May 23, 2021
एक ने तो उनकी तलाक लगी तस्वीर शेयर कर के उनके हिन्दू होने का दावा किया। फेसबुक पर एक यूजर द्वारा शेयर किए गए वीडियो में खान सर कहते दिख रहे हैं कि पहली बार जब एक कोचिंग में गए तो वहाँ लड़के नहीं थे, लेकिन उनके पढ़ाने के बाद लड़के इतने बढ़ गए कि कोचिंग वालों के भीतर डर बैठ गया कि ये लड़के उनके पीछे न चले जाएँ, इसीलिए उन्होंने नाम व नंबर जाहिर न करने की शर्त रखते हुए उन्हें ‘खान सर’ नाम दे दिया।
थनोस नामक यूजर ने आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए भाजपा नेता मुख़्तार अबबस नकवी को ‘ओल्ड वैरिएंट’ तो खान सर की तस्वीर शेयर करते हुए ‘न्यू वैरिएंट लिखा।’ एक वीडियो में खान सर ने मुस्लिम मुल्कों के संगठन OIC के लिए ‘मदरसा छाप’ शब्द का प्रयोग किया। एक ट्विटर यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए तंज कसा कि क्या उनके खिलाफ FIR होगी?
#ReportOnKhanSir
— Thanos Pandit (parody) (@Thanos_pandith) May 22, 2021
“Old variant” “New variant ” pic.twitter.com/WW1nvT6T5Z
एक ट्विटर यूजर ने दावा किया कि खान सर आतंकवाद के खिलाफ हैं, इसीलिए मुस्लिम समाज के लोग उनका विरोध कर रहे हैं। हालाँकि, इस दौरान कई लोग खान सर के समर्थन में भी सामने आए और उनके पढ़ाने के अंदाज़ और रिसर्च की तारीफ़ की।