अभिनेता सोनू सूद अक्सर मीडिया में बने रहते हैं। वो रोज अच्छी-अच्छी बातें लिख कर ट्वीट करते हैं, जिस पर हजारों लाइक्स और रिट्वीटस मिलते हैं। अब महाशिवरात्रि को लेकर भी उन्होंने ज्ञान दिया, लेकिन ये उन्हें भारी पड़ गया। उन्होंने लिखा, “शिव भगवान की फोटो फॉरवर्ड करके नहीं, किसी की मदद करके महाशिवरात्रि मनाएँ।”
सोशल मीडिया पर यह ‘ज्ञान’ लोगों पचा नहीं। इसलिए नहीं कि यह सच में ज्ञान की बात थी बल्कि इसलिए क्योंकि लोग इन सबके पीछे छिपे प्रोपगेंडा को आसानी से समझने लगे हैं। लोगों का सवाल बस इतना है कि सारा ज्ञान सिर्फ हिन्दुओं के लिए ही है?
बिल्कुल नहीं करेंगे जब भी सोनू सूद की फिल्म आए चैरिटी करे!@yrf
— Chandrakant Sharma 🇮🇳चंद्रकांत शर्मा (@chandrakant1408) March 11, 2021
‘कड़वा सच’ नामक ट्विटर हैंडल ने उनसे पूछा, “ईद और बकरीद पर ये ज्ञान कहाँ चला जाता है?” वहीं पूर्णिमा चौबे ने इस ट्वीट की रिप्लाई करते हुए सेक्युलरिस्म को कोसा।
‘राइज ऑफ बरनोल’ नामक ट्विटर हैंडल ने कहा कि भगवान शिव की तस्वीर भी भेजो और लोगों की मदद भी करो, क्योंकि Jio का डेटा सस्ता है। लाला नामक हैंडल ने पूछा, “ये दोगलापन क्यों, सिंपल विशेज क्यों नहीं, जैसे ईद या गुड फ्राइडे पर देते। ज्ञान क्यों? मसीहा तो डबल स्टेन्डर्ड वाला नहीं होता।”
— Nutri Munchy (@munchy_nutri) March 11, 2021
लोगों ने रिप्लाई में ऐसे पोस्टर भी ट्वीट किए, जिसमें लिखा हुआ था कि हमारे त्योहारों पर ज्ञान देना बंद करो क्योंकि हमारे पर्व-त्यौहार आपका सामाजिक जागरूकता अभियान नहीं हैं।
एक ने उन्हें ‘फोटो फॉरवर्ड ज्ञानी’ बताते हुए उनके एक पुराने ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर किया, जिसमें उन्होंने तस्वीर के जरिए ही ईद की बधाई दी थी, बिना ज्ञान के। रिप्लाई में एक यूजर ने ‘बॉलीवुड’ की जगह ‘कराचीवुड’ शब्द का प्रयोग किया।
Karachiwood s true colors
— 🇮🇳🦌🦌🦌🔥🔥🔥 🔥🔥🔥🙏🙏🙏🙏🙏 (@SanRan83849528) March 11, 2021
एक व्यक्ति ने सलाह दे डाली कि बॉलीवुड की फ़िल्में मत देखें बल्कि टिकट के रुपयों से किसी गरीब की मदद कर दें। एक ने उनसे पूछा कि कोई भगवान शिव की तस्वीर किसी को भेज रहा है तो उससे उन्हें क्या परेशानी आ रही है?
‘द स्किन डॉक्टर’ ने लिखा, “कृपया ऐसी ही अपील अपनी फिल्मों के रिलीज़ से पहले भी किया कीजिए: मेरी फिल्मों के टिकट पर पैसा बर्बाद करके नहीं, उससे किसी गरीब को रोटी खिला कर पुण्य कमाइए।”