मुद्दा कोई भी हो स्वरा भास्कर का एकमात्र एजेंडा है, हिंदूफोबिया। वह अक्सर राम मंदिर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपनी घृणा का प्रदर्शन सोशल मीडिया में करती रहती हैं। अब उन्होंने अपना यह एजेंडा कोरोना की आड़ लेकर बढ़ाया है।
स्वरा भास्कर ने इंस्टाग्राम स्टोरी में एक फोटो शेयर किया है। फोटो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की है। तस्वीर में पीएम मोदी हाथ जोड़े नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही तस्वीर पर लिखा है, “मंदिर वहीं बन रहा है। अस्पताल में बेड माँग कर शर्मिंदा न करें। धन्यवाद।” फोटो के कोने में स्वरा ने ‘वाया वाट्सएप’ लिखा है।
बता दें कि कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर कोहराम मचा हुआ है। अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, दवाई आदि की काफी किल्लत हो रही है। हालाँकि केंद्र सरकार हर राज्य की माँग की पूर्ति कर रही है, मगर फिलहाल स्थिति भयावह दिख रही है। ऐसे समय में देश के साथ खड़े होने के बजाय कुछ लोग प्रोपेगेंडा फैलाने से बाज नहीं आ रहे।
ऐसे लोगों में कॉमेडियन रोहन जोशी जैसे नाम भी शामिल हैं। खुद को कॉमेडियन बताने वाली यह जमात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्षी प्रोपेगेंडा को धार देती है। लेकिन सत्ता के खिलाफ बोलने का दंभ भरने वाले ये कॉमेडियन उद्धव ठाकरे के खिलाफ चूँ तक करने की हिम्मत नहीं रखते, क्योंकि इनमें से अधिकतर मुंबई में ही रहते हैं।
रोहन जोशी ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा था, “वो सभी भक्त जिन्होंने इस महामारी के दौरान अपने किसी परिचित को खोया, आप मजबूत बने रहिए। आपके पापा और अक्षय कुमार मिल कर एक सुन्दर सा मंदिर बना रहे है, जहाँ जाकर आप अपने मृत परिजनों की आत्माओं की शांति के प्रार्थना कर सकते हैं।”
अव्वल तो ये कि रोहन जोशी ने अपनी अगली स्टोरी में इस बयान का खुल कर बचाव भी किया। उसने लिखा, “लोग मेरी पिछली इंस्टाग्राम स्टोरी को अभद्र बता रहे हैं। मुझे लगता है कि आप सब ने मेरे क्रोध और अपमान को कम कर आँका है। F@#k Bhakts! इस परिस्थिति के लिए सीधे वही जिम्मेदार हैं। मैं अब भी देख रहा हूँ कि उनमें से अधिकतर अभी भी उनका (पीएम मोदी) बचाव कर रहे हैं। मुझे उनके लिए जरा सी भी सहानुभूति नहीं है, बल्कि केवल अवमानना का भाव है।” आप इन शब्दों पर गौर कीजिए।