Monday, December 23, 2024
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‘तुम्हें ई-तमाचा मारूँ क्या?’: UN ने हिन्दुओं को दिया ‘पर्यावरण फ्रेंडली’ दीपावली बनाने का ज्ञान, लोगों ने लगाई लताड़

"क्या कभी संयुक्त राष्ट्र ने 'पर्यावरण फ्रेंडली' ईद या क्रिसमस मनाने की अपील की है? अन्य लोगों ने पूछा कि क्या दीपावली पर हिन्दुओं को पटाखे न फोड़ने के ज्ञान देने की जगह इन दोनों त्यौहारों पर पर्यावरण बचाने की अपील करने की UN की हिम्मत भी है?"

अब दीपावली के मौके पर हिन्दुओं को ज्ञान देने के लिए संयुक्त राष्ट्र (UN) भी आगे आ गया है। ‘यूनाइटेड नेशंस (UN) इन इंडिया’ के ट्विटर हैंडल ने भारत के लोगों से अपील की है कि इस दीपावली वो खुल कर ‘ई-पटाखे’ फोड़ें। उसने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय और ‘यूएन एनवायरनमेंट प्रोग्राम’ के साथ मिल कर लोगों से ‘पर्यावरण फ्रेंडली दीपावली’ मनाने की अपील की और इसके ‘जादू’ को अनुभव करने को कहा। हालाँकि, इससे कई लोग नाराज़ भी दिखे।

‘यूएन (UN) इन इंडिया’ ने लोगों से अपील की कि वो फेसबुक और इंस्टाग्राम पर ‘AR फिल्टर्स’ का इस्तेमाल कर के अपने बचपन के फेवरिट पटाखों के साथ तस्वीरें पोस्ट करने को कहा। इसके जवाब में ‘उत्तराखंड वॉर मेमोरियल’ के अध्यक्ष तरुण विजय ने पूछा कि क्या कभी संयुक्त राष्ट्र ने ‘पर्यावरण फ्रेंडली’ ईद या क्रिसमस मनाने की अपील की है? अन्य लोगों ने पूछा कि क्या दीपावली पर हिन्दुओं को पटाखे न फोड़ने के ज्ञान देने की जगह इन दोनों त्यौहारों पर पर्यावरण बचाने की अपील करने की UN की हिम्मत भी है?

कुछ अन्य लोगों ने कहा कि उनका मन कर रहा है कि संयुक्त राष्ट्र की इस ट्वीट पर वो उसे ऑनलाइन ही ‘ई-तमाचा’ मारें। वहीं एक व्यक्ति ने याद दिलाया कि जब पूरी दुनिया में पर्यावरण को लेकर कोई बात भी नहीं होती थी, तब अति-प्राचीन काल में भारतीय सभ्यता में पर्यावरण की बातें की जाती थीं। उसने याद दिलाया कि ऋग्वेद और यजुर्वेद में पेड़ों को न काटने और प्रदूषण न फैलाने की बात कही गई है।

एक अन्य ट्विटर यूजर ने लिखा कि अगर पटाखों को प्रतिबंधित ही करना है तो सालों भर ऐसा किया जाना चाहिए, सिर्फ दीपावली के मौके पर नहीं। साथ ही नए वर्ष के मौकों पर पटाखों के महिमामंडन करने पर भी सवाल किया। कइयों ने उस पर हिन्दूफोबिया फैलाने का आरोप लगाया। एक अन्य व्यक्ति ने कहा कि हमारे त्यौहार आपके लिए ‘सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम’ नहीं है। एक ने सेलेब्रिटीज की शादियों और IPL के समय भी ज्ञान देने को कहा।

वहीं एक ट्विटर यूजर ने एक वीडियो के माध्यम से हमला बोला। उसने दावा किया कि ये वीडियो यूएन हेडक्वार्टर के पास हुए पटाखों के सेलेब्रेशन का है। साथ ही पूछा कि क्या इससे पर्यावरण में प्रदूषण नहीं फैलता? उसने याद दिलाया कि अमेरिका की जनसंख्या भारत की एक तिहाई है लेकिन वो भारत से ढाई गुना ज्यादा प्रदूषण फैलाता है। लोगों ने प्रदूषण फैलाने वाले बड़े-बड़े अन्य कारकों पर उपाय करने को कहा, जबकि UN दीपावली पर हिन्दुओं को ‘ई-पटाखे’ फोड़ने पर ज्ञान दे रहा है।

बता दें कि दिल्ली में दीपावली से पहले केजरीवाल सरकार ने भी पटाखों को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार (नवंबर 6, 2020) को इसकी जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि पटाखे जलाने और पटाखे बेचने वालों पर ₹1 लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। इससे पहले सीएम केजरीवाल ने ग्रीन क्रैकर समेत किसी भी प्रकार के पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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