अरविन्द केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए धरना-प्रदर्शन का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक व्यक्ति पुलिस को देख कर खुद को प्रदर्शनकारी मानने से इंकार कर रहा है। बाद में पुलिस हटते ही वहीं व्यक्ति अपना इंटरव्यू ले रही महिला पत्रकार के आगे ‘अरविन्द केजरीवाल जिंदाबाद’ का नारा लगाता है।
इस वीडियो में पत्रकार उसकी यह हरकत देख अचंभित रह जाती है तभी केजरीवाल समर्थक उसे अपनी तरकीब बताता है कि पहले वाली बात तो वो पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए कह रहा था। अब ये व्यक्ति सोशल मीडिया पर खूब वायरल है। ऑपइंडिया ने उस व्यक्ति को खोज कर उससे बातचीत की। इस दौरान उसने अपनी वीडियो के साथ-साथ उमर खालिद, शराब घोटाला, धरना-प्रदर्शन जैसे कई मुद्दों पर अपनी राय रखी।
सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शुरू हुई चर्चा
सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम प्लेटफॉर्म पर dev_bhumi_nutrition नाम के यूजर ने इस वीडियो को शनिवार (23 मार्च 2024) को शेयर किया है। वीडियो में कैप्शन के तौर पर ‘जैसा गुरु वैसे केजरीवाल के चेले’ और हँसी के इमोजी के साथ ‘बिलकुल फ्रॉड’ लिखा हुआ है। इसी हैंडल पर अब तक ये वीडियो लगभग 38 हजार लोगों द्वारा देखा जा चुका है। इस वीडियो की शुरुआत में एक महिला पत्रकार लाल कुर्ता पहने एक अन्य व्यक्ति से बात कर रही है। दोनों के पीछे एक दिल्ली पुलिस का एक स्टाफ खड़ा दिख रहा है।
वीडियो में दिख रहा व्यक्ति महिला पत्रकार से कहता है कि वो नोएडा से है और किसी निजी काम से यहाँ आया है। उससे पूछा जाता है कि उसके हाथ में ‘मैं भी केजरीवाल’ वाला पोस्टर कैसे आया। इस पर वो कहता है कि वो तो जमीन में पड़े पोस्टर को किसी महिला को दे रहा था, लेकिन तभी पुलिस की नजर उनपर पड़ गई और वो उसे अपने साथ ले आए।
इतना सुन पुलिस वाला उसे जाने को कहता है और महिला पत्रकार भी कहती है चलो जाओ- “आपको बचा लिया मैंने।” शख्स वहीं खड़े होकर पुलिस को जाता हुआ देखता रहता है और जैसे ही पुलिसकर्मी वहाँ से जाता है वो महिला पत्रकार के माइक में ‘केजरीवाल जिंदाबाद’ बोलता है। वह खुद को अरविन्द केजरीवाल का कट्टर समर्थक भी बताता है। जब महिला पूछती है कि उसने ऐसा क्यों किया तो इस पर वो कहता है कि वो पुलिस से गिरफ्तार नहीं होना चाहता था।
आप पार्टी समर्थक की इस हरकत पर सोशल मीडिया पर भी लोग अलग-अलग तरह के कमेंट कर रहे हैं। भूपेंद्र ने युवक को केजरीवाल का पक्का चेला बताया। pnky_schoolvlogs नाम के हैंडल से ‘जैसा गुरु वैसा चेला’ लिखा गया है।
पकड़ कर जंगल में छोड़ देती पुलिस
ऑपइंडिया ने वीडियो में दिख रहे व्यक्ति को खोज निकाला। इस व्यक्ति का नाम राम गुप्ता है जो कि नोएडा के निवासी हैं। राम गुप्ता 10 साल पहले मीडियाकर्मी होने का दावा करते हैं। ऑपइंडिया से बातचीत में राम गुप्ता ने कहा कि उनको इस बात का डर था कि पुलिस पकड़ कर उन्हें कहीं दूर जंगल में छोड़ आएगी। जब हमने दिल्ली के जंगल के बारे में पूछा तो राम गुप्ता ने बवाना जैसे बॉर्डर इलाकों का नाम बताया। राम गुप्ता खुद को आम आदमी पार्टी से राज्यसभा का भावी सांसद भी मानते हैं। वह फिलहाल आप पार्टी के किसान मोर्चे का दायित्व संभाल रहे हैं। आप नेता का यह भी कहना है कि उनके साथ 40 लोगों का जत्था केजरीवाल के समर्थन में प्रदर्शन करने गया था जिसमें से उनके लगाए दिमाग के चलते एक को भी पुलिस नहीं पकड़ पाई।
भिखारी होते हैं आप पार्टी वाले
खुद को आर्थिक तौर पर बेहद कमजोर बताते हुए राम गुप्ता ने कहा कि अगर दिल्ली पुलिस उन्हें कहीं दूर छोड़ आई होती तो उनके पास लौटने तक का भाड़ा-किराया नहीं था। आर्थिक तौर पर कमजोर होने की जब हमने वजह पूछी तो उन्होंने अपनी पार्टी में ज्यादातर लोगों को भिखारी ही बताया। हमने अरविन्द केजरीवाल, संजय सिंह और सत्येंद्र जैन पर लगे करोड़ों रुपयों के घोटालों के आरोपों पर सवाल किया तो उन्हें इसे महज ‘सच्चाई से परे आरोप’ बताया। बकौल राम गुप्ता आम आदमी पार्टी को कोई चंदा भी नहीं देता।
बिहार तक सप्लाई होती है दिल्ली की दारू
अपनी पार्टी के शीर्ष नेताओं पर लग रहे शराब घोटाले को आप नेता राम गुप्ता ने अपने अंदाज में जस्टिफाई किया। उन्होंने कहा, “कलयुग में दारू ही सबसे बड़ा प्रसाद होता है।” उन्होंने हमसे ही सवाल किया कि ऐसा कौन सा राज्य और व्यक्ति है जो दारू का सेवन नहीं करता। जब हमने शराब बंदी वाले बिहार का जिक्र किया तो राम गुप्ता ने दावा किया कि बिहार में ऐसा कोई जिला या घर नहीं है जहाँ शाम को बोतल न खोली जाती हो। राम गुप्ता ने आशंका जताई कि सम्भव हो सकता है कि बिहार में दिल्ली से दारू सप्लाई हो रही हो।
वीडियो में की गई हरकत को छत्रपति शिवाजी की शिक्षा के नाम पर किया जस्टिफाई
जब हमने राम गुप्ता से दोबारा पुलिस के आगे झूठ बोल कर बचने के बारे में सवाल किया तो उन्होंने इसे छत्रपति शिवाजी महराज की तकनीकी बताया। उन्होंने अपने प्रदर्शन को शिवाजी महराज के उस समय से जोड़ कर बताया जब वो आगरा के किले से टोकरे में बैठ कर औरंगजेब की कैद से निकल गए थे। हालाँकि जब हमने बताया कि अरविन्द केजरीवाल तो औरंगजेब को भी मानते हैं तो उन्होने इसे सच नहीं माना और न ही इस पर विस्तार से कोई सफाई दी। अपनी बातचीत में राम गुप्ता ने कई बार तानाशाह शब्द का प्रयोग किया।
उमर खालिद और कन्हैया महज आरोपित न कि अपराधी
जब हमने राम गुप्ता से उमर खालिद और कन्हैया कुमार जैसे लोगों की आम आदमी पार्टी द्वारा समर्थन की वजह पूछी तो उन्होंने इस पर अपना पक्ष रखा। राम गुप्ता ने उमर खालिद और कन्हैया कुमार को अपराधी मानने से इंकार कर दिया। उन्होंने इन दोनों को आरोपित बताया। साथ ही राम गुप्ता का कहना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री होने के नाते अरविन्द केजरीवाल सबको साथ ले कर चल रहे हैं। राम गुप्ता ने महज आरोपों के आधार पर किसी को अपराधी मानने से इंकार कर दिया।
हमारी पार्टी किसान आंदोलन में हमेशा सक्रिय
राम गुप्ता ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी किसान आंदोलन में हमेशा से सक्रिय भूमिका निभाती आई है। किसानों और केंद्र सरकार के बीच उन्होंने भगवंत मान को कई बार मध्यस्थ भी बताया। राम गुप्ता का यह भी दावा है कि इन्हीं नीतियों पर चल कर आम आदमी पार्टी 2 प्रदेशों में सरकार बना चुकी है और जल्द ही कई अन्य प्रदेश जीतने वाली है।
गौरतलब है कि करोड़ों रुपए के दिल्ली शराब घोटाले में अरविन्द केजरीवाल अपने साथी संजय सिंह के साथ आरोपित हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जाँच में नाम आने के बाद इन तीनों को पकड़ कर जेल भेज दिया गया है। अरविन्द केजरीवाल लगातार नोटिस मिलने के बावजूद हाजिर नहीं हो रहे थे। गुरुवार (22 मार्च) को केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थक शनिवार (23 मार्च 2024) को दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे थे।