Saturday, November 23, 2024

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कमलनाथ

‘हर जगह गिरे तुम्हारी सरकार, MP कॉन्ग्रेस से नफरत करते हैं’: कमलनाथ बने ‘भक्त’ तो चढ़ गए कट्टरपंथी

मजहबी यूजर्स को कमलनाथ का यह कहना रास नहीं आया कि राम मंदिर का निर्माण हरेक भारतवासी की सहमति से हो रहा है।

CM शिवराज से कॉन्ग्रेसी नेता ने लगाई गुहार, कहा – ‘प्लीज, सिंधिया कैम्प के किसी को राजस्व मंत्री न बनाएँ’

"ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए राजस्व मंत्री की मदद से सरकारी ज़मीन अपने नाम करवाना आसान होगा। इसलिए शिवराज सिंह चौहान से निवेदन है कि..."

टॉप 5 हॉटस्पॉट से निकला इंदौर: मुस्लिमों के उपद्रव, कमलनाथ की सुस्ती के बाद कोरोना संक्रमण से रिकवरी की कहानी

सख्ती से लागू किए गए लॉकडाउन और घर-घर की जा रही स्क्रीनिंग का असर यह हुआ है कि इंदौर का नाम शीर्ष पाँच की सूची से बाहर हो गया है।

राहुल की चेतावनी पर 23 मार्च तक क्या कर रहे थे कमलनाथ: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि ऐसे संकट के समय में भी इस प्रकार की गंदी राजनीति होगी

SC से कमलनाथ को झटका, कोर्ट ने राज्यपाल के फ्लोर टेस्ट आदेश को बताया सही

पीठ ने कहा कि राज्यपाल खुद कोई फैसला नहीं ले रहे थे बल्कि केवल फ्लोर टेस्ट करने को कह रहे थे। अदालत ने कॉन्ग्रेस की ओर से पेश वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी के इस तर्क को खारिज कर दिया कि अगर सदन चल रहा हो तो राज्यपाल आदेश पारित नहीं कर सकते।

कमलनाथ ने 90 देशों में IIFA टेलिकास्ट के लिए रखे थे ₹700 करोड़, अब कोरोना से लड़ने पर खर्च होंगे

कमलनाथ की योजना इस मेगा इवेंट के जरिए राज्य की ब्रांडिंग करनी थी। उस समय भी शिवराज सिंह चौहान ने तत्कालीन एमपी सरकार को सलाह दी थी कि इस आयोजन पर इतना पैसा खर्च करने की जगह इसका इस्तेमाल किसानों की कर्ज माफ़ी तथा बाढ़ राहत में किया जाना चाहिए।

65 साल की राबिया की कोरोना से मौत: जहाँ गई थी CAA विरोध-प्रदर्शन में, वहाँ हिस्सा लेने वाले हर लोग खौफ में!

मृतक महिला राबिया ने कोई विदेश की यात्रा नहीं की थी। हाँ, उसने उज्जैन में आयोजित सीएए विरोध में हिस्सा जरूर लिया था साथ ही इंदौर में एक शादी में भाग लिया था। इसके बाद उन लोगों में हड़कंप मच गया है, जिन लोगों ने...

कमलनाथ हुए क्वारंटाइन: इस्तीफे वाली प्रेस वार्ता में था संक्रमित पत्रकार, दिग्विजय समेत 200 अन्य पर भी खतरा

20 मार्च को इस्तीफे की घोषणा करने के लिए मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने आवास पर एक पत्रकार वार्ता की थी। जिसमें से एक पत्रकार की बेटी की कोरोना वायरस की जाँच में रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है।

‘मामाजी’ आसानी से विश्‍वासमत हासिल करने के बाद कोरोना से प्रदेश को बचाने के लिए हुए सक्रिय

इस प्रस्ताव का सदन में मौजूद सभी 107 बीजेपी विधायकों के अलावा 2 निर्दलीय, बीएसपी और एक एसपी के विधायक ने समर्थन किया। बहुमत प्रस्ताव पारित कराने के लिए सदन में आसंदी पर मौजूद सभापति जगदीश देवड़ा ने मतदान की औपचारिकता पूरी करवाई। इस दौरान हुए मतदान में विश्वास मत को ध्वनिमत के जरिए सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया।

मध्य प्रदेश में शिव-राज का ये है गणित, फ्लोर टेस्ट से पहले ही कमलनाथ का इस्तीफा

मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सीटें हैं। 2 विधायकों का निधन हो चुका है। कॉन्ग्रेस के 22 और बीजेपी के एक विधायक के इस्तीफे स्वीकार किए जाने के बाद 205 विधायक बचे हैं। यानी सरकार को बहुमत साबित करने के लिए 103 विधायकों का समर्थन चाहिए। बीजेपी के पास 106 विधायक हैं।

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