शुभेन्दु अधिकारी का यह कहना था कि भले ही उन्हें केन्द्रीय सुरक्षा प्राप्त है लेकिन पायलट कार, रूट लाइनिंग और सार्वजनिक सभाओं के दौरान विभिन्न स्थानों के निरीक्षण के लिए उन्हें राज्य की सहायता की भी आवश्यकता है।
मित्रा ने कहा, "जगदीप धनखड़ (राज्यपाल) जहाँ भी जाता है, वहाँ उसे काले झंडे दिखाए जाते हैं। अगर यह एक फिल्म का सीन होता, तो एक भौंकने वाला काला कुत्ता दिखाया जाता।''
बीजेपी की आईटी सेल के प्रमुख अमित अमित मालवीय ने कहा कि तृणमूल कॉन्ग्रेस में शामिल होने के बाद ही मुकुल रॉय को खुद ही विधानसभा से इस्तीफा दे देना चाहिए था।
वीडियो में तृणमूल कॉन्ग्रेस के पंचायत प्रधान को पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर में इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के कार्यकर्ताओं को धमकाते हुए देखा गया।
मुकुल रॉय नवंबर 2017 में टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद उन्हें भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी बनाया गया था। इसके बाद उन्हें सीआरपीएफ की Y+ सुरक्षा प्रदान की गई थी।