महर्षि मनु हर रचनाकार की तरह अपनी मनुस्मृति के माध्यम से जीवित हैं, किंतु दुर्भाग्य से रामायण-महाभारत-पुराण आदि की तरह मनुस्मृति भी बेशुमार प्रक्षेपों का शिकार हुई है।
इस हमले के दौरान रंगभेदी समूह के लोगों ने बलजीत की दुकान के अंदर तरह-तरह के स्लोगन भी लिखे। जैसे- 'white power', 'Trump 2020', 'F**K ISIS', and 'go home' आदि।
"इस किताब को जल्द ही वापस ले लिया जाना चाहिए। किसी भी स्थिति में, बच्चों को अश्वेतों के नाम पर दी जा रही शिक्षा उनके कोमल दिलों को हीन भावना से भरने और अश्वेतों के साथ भेदभाव करने का काम करेगी। यह गलत है।"
भारतीय मूल के उद्योगपति राधिका ओसवाल और पंकज ओसवाल ने बताया कि स्कूल ने उनकी बेटी के साथ नस्लीय भेदभाव कर उसके मानसिक उत्पीड़न में शामिल आरोपितों को बचाने का भी काम कर रहा है।