बांग्लादेश में 28 सितंबर और 1 अक्टूबर को पबना जिले के सुजानगर उपजिला में दो पूजा मंडपों पर हमले किए गए, जिसमें दुर्गा और अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियाँ तोड़ी गईं।
इंसाफ कीमकरी छात्र-जनता का तर्क है कि चूँकि हिंदुओं की आबादी यहाँ दो प्रतिशत से भी कम है, इसलिए दुर्गा पूजा के लिए सार्वजनिक अवकाश नहीं होना चाहिए, क्योंकि इससे मुस्लिम बहुसंख्यकों का जीवन प्रभावित होता है।
पत्र में हिंदुओं से कहा गया, "अगर तुमने ये बातें प्रशासन, पत्रकारों या किसी और को बताई तो याद रखना कि तुम्हें काट दिया जाएगा। तुम्हारे परिवार को भी नहीं बख्शा जाएगा।"
चंद्र आर्य ने बताया कि कनाडा में रहने वाले हिंदू परिवार, जिनके रिश्तेदार बांग्लादेश में हैं, अपने परिवारजनों और उनकी संपत्तियों की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं।