डासना मंदिर पर हमले की पूरी प्लानिंग की गई थी। इसके लिए बुजुर्गों को पीस कमेटी की बैठक में भेज, इस्लामी कट्टरपंथियों को डासना मंदिर पर हमले के लिए भेजा गया।
शोपियाँ के उपायुक्त (डीसी) मोहम्मद शाहिद सलीम डार ने खुद अर्धनारीश्वर मंदिर का दौरा किया। उन्होंने इस मौके को एक नए युग की शुरुआत बताया, जो शांति और समृद्धि की दिशा में एक बड़ा कदम है।
ये हिंदू हैं विश्वास पर इतना बड़ा आघात हो गया और ये शांत हैं... सोशल मीडिया परअपना विरोध दिखा रहे हैं। क्या अगर ये किसी और मजहब के लोगों के साथ होता तो उनकी प्रतिक्रिया ऐसी होती।