मंत्रालय ने कहा है कि रोजा खत्म होने के बाद शाम को आयोजित किए जाने वाले इफ्तार से मस्जिदों की साफ़ सफाई पर फर्क पड़ता है, मस्जिदों को साफ़ रखने के लिए इन इफ्तारों को यहाँ नहीं बल्कि अन्य स्थानों पर आयोजित किया जाए।
फ्रांस के तिरंगे झंडे को शैतानी बताने वाले इमाम को देश से निकाल दिया गया, उसने कहा था कि इस झंडे में अल्लाह के कोई मूल्य नहीं है। उसे 12 घंटे के भीतर देश से बाहर निकाल दिया गया।
कई बार महिला को अपने शौहर से पीछा छुड़ाने के लिए उसे अपनी संपत्ति का हिस्सा भी देना पड़ता है। इसे मेहर की रकम के तौर पर भी देखा जाता है, जिसमें शौहर को भुगतान करना पड़ता है।