Tuesday, November 19, 2024

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‘ठोक के बजा दूँगा यहीं’ – प्रियंका गाँधी के गुंडों ने दी ABP पत्रकार को धमकी

कुछ लोगों का कहना है कि लिबरल पत्रकार जिस डर की बात कर रहे थे, प्रियंका गाँधी के गुंडे बस यही समझा रहे हैं। वहीं कुछ यूज़र्स का मानना है कि पत्रकार को प्रियंका वाड्रा के से सवाल नहीं करना चाहिए था क्योंकि उन्होंने मना कर दिया था।

मनमोहन 86 की उम्र में लड़ेंगे चुनाव: कॉन्ग्रेस में सोनिया के साथ ‘ओल्ड गार्ड’ की वापसी!

86-वर्षीय डॉ. सिंह की पारंपरिक राज्यसभा सीट असम से थी। पिछले टर्म में जब मनमोहन सिंह राज्यसभा से विदा हुए तो इसे उनका रिटायरमेंट माना जा रहा था। लेकिन अब वह 3 अप्रैल, 2024 तक राज्यसभा सदस्य रहेंगे, और 92 की उम्र तक उनका कार्यकाल होगा।

अरुंधति रॉय, ममता बनर्जी और कॉन्ग्रेस के भरोसे पाकिस्तान: कश्मीर पर Pak सीनेटर का कबूलनामा

मुशाहिद हुसैन ने कहा, "भारत एक बहुत बड़ा देश है और वहाँ सभी लोग मोदी का समर्थन नहीं करते। अरुंधति, ममता और कॉन्ग्रेस नेताओं जैसे कुछ पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति रखने वाले लोग हैं।"

मम्मी रिटर्न्स पर शिवसेना: कॉन्ग्रेस दिल्ली का मीना बाजार, घूम रहे पुराने ग्राहक

"कॉन्ग्रेस ने इतिहास की गलतियों से सीखने की तैयारी नहीं दिखाई। कॉन्ग्रेस के पतन के लिए मोदी-शाह जिम्मेदार न होकर वे खुद ही जिम्मेदार हैं। 73 साल की सोनिया गाँधी के कंधों पर भार सौंपकर कॉन्ग्रेस ने बचा-खुचा सत्व भी गँवा दिया है।''

आंध्र विभाजन कॉन्ग्रेस की भूल, इसने रेड्डी के राजनीतिक जीवन का अंत कर दिया: मणिशंकर अय्यर

कॉन्ग्रेस ने 2014 में आंध्र प्रदेश का विभाजन किया था, जिसके बाद तेलंगाना के रूप में एक नया राज्य अस्तित्व में आया। जब अनुच्छेद 370 को लेकर संसद में बहस चल रही थी, तब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कॉन्ग्रेस को याद दिलाया था कि कैसे आंध्र का विभाजन अलोकतांत्रिक तरीके से किया गया था।

कॉन्ग्रेस नेता का दावा उनका परिवार श्री राम के बड़े बेटे लव का वंशज, वाल्मीकि रामायण में है ज़िक्र

राघव का कहना है कि लव के भाई कुश का राज्य, जिनकी वंशबेल में उत्पन्न होने का दावा जयपुर का राजवंश करता है, दक्षिण कौशल के शासक थे

इसरो के जनक विक्रम साराभाई की जन्मशती पर भी नेहरू की चाटुकारिता से बाज नहीं आए कॉन्ग्रेसी

12 अगस्त 1919 को अहमदाबाद में जन्मे साराभाई की उपलब्धियों को इस मौके पर हर कोई याद कर रहा है। इंटरनेट सर्च ईंजन गूगल ने डूडल के जरिए उन्हें याद किया है। लेकिन जयराम रमेश को इस मौके पर भी नेहरू ही याद आए।

बेटे का छोड़ा ‘जहर’ पीने को मॉं मजबूर, मोदी-शाह ने बहन को पीने से रोका

राहुल ने बरसों पहले कहा था, "कॉन्ग्रेस एक परिवार है जिसमें तेजी से बदलाव की जरूरत है। सोच-समझकर, प्यार से और सबकी सुनकर बदलाव करना है।" इसलिए राहुल का उत्तराधिकारी चुनने के लिए कॉन्ग्रेसियों ने तेजी से बदलाव करते हुए उनकी मॉं को चुन लिया है।

‘यह वो म्यूजिकल चेयर है, जिसमें सिर्फ गाँधी परिवार के सदस्यों के लिए ही म्यूजिक बजता है’

"यह परिक्रमा राहुल गाँधी से शुरू होकर सोनिया गाँधी तक और सोनिया गाँधी से शुरू होकर राहुल गाँधी पर जाकर खत्म होती है। ये दर्शाता है कि कॉन्ग्रेस के लिए राहुल गाँधी एक बड़ी भूल हैं।"

नेहरू की महाभूल: “कुछ दिन और सीजफायर की घोषणा नहीं होती तो पूरा कश्मीर भारत का होता’

"संघर्ष विराम का ऐलान करने की वजह से कश्मीर का एक-तिहाई हिस्सा पाक के कब्जे में रह गया। भला एक देश में कैसे दो निशान, दो विधान और दो प्रधान अस्तित्व में हो सकते हैं? यह केवल देश के साथ अन्याय नहीं बल्कि अपराध भी है।”

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