"मेरे स्टूडियो में पाकिस्तान का झंडा लेकर आएँगे? किसी की औक़ात है? अगर लगाएँगे न, तो आपके पिछवाड़े में भी वहाँ पता चलेगा। ये अनुच्छेद-370 वाली आपकी सरकार नहीं है कि आप पाकिस्तान का झंडा लहराएँगे यहाँ।"
कश्मीर में आतकंवाद और अलगाववाद की जननी और पोषक कही जाने वाले प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के चार पूर्व नेताओं ने चुनावी दंगल में उतरते हुए बतौर निर्दलीय अपना-अपना नामांकन जमा कराया।
शगुन को किश्तवाड़ा से भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है। वो भाजपा द्वारा जारी पहली लिस्ट में एकलौती महिला कैंडिडेट हैं। उनके पिता और चाचा को आतंकियों ने मार डाला था।
कॉन्ग्रेस के 'बिना राजतिलक' वाले युवराज राहुल गाँधी ने श्रीनगर का दौरा किया। वहाँ उन्होंने जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की बात कही और कश्मीर से अपना 'खून का रिश्ता' बताया।
सुनील कुमार का चेहरा इस फिल्म में इस्तेमाल ही नहीं किया गया, जिसकी वजह से इनके चेहरे को वो चर्चा नहीं मिली, जो इनके भीमकाय शरीर की वजह से इन्हें मिल रही है।