"मुझे हैरानी है कि वाइस चांसलर निष्क्रिय मुद्रा में मूक दर्शक बनकर बैठे हुए हैं। हमारे सिस्टम के नाकाम होने की इस अप्रत्याशित घटना पर वह चुप्पी साधे हैं। यह काम उन ताकतों द्वारा किया गया है, जिन्हें हमारी शिक्षा व्यवस्था पर कम या लंबे समय तक होने वाले नुकसान का अनुमान नहीं है।"
शेहला ने भाजपा और आरएसएस को बौद्धिकता और विज्ञान विरोधी करार दिया। शेहला ने लिखा कि विज्ञान से घृणा करने वाली मोदी सरकार की विचारधारा नाज़ी जर्मनी से मिलती-जुलती है। शेहला का बयान पाक पीएम इमरान ख़ान के बयान से मिलता-जुलता है।
वैसे ये पहली बार नहीं है जब जाधवपुर यूनिवर्सिटी गलत कारणों से सुर्ख़ियों में आया हो। इस से पहले भी कई विवादित वजहों से जाधवपुर यूनिवर्सिटी ख़बरों में आता रहा है।