इस मामले में फॉरेंसिक एडिटर्स ने 655 ऐसे लोगों को नोटिस भेजा था, जिनके नाम पर बेनामी फ्लैट बुक हुए थे, लेकिन इन 655 में 122 जगह पता चली जहाँ पर उन्हें कोई भी नहीं मिला।
फ़ारूख़ अब्दुल्लाह का ये बयान उस समय आया है, जब सुप्रीम कोर्ट द्वारा अयोध्या मामले पर सुनाई की जाने वाली थी, लेकिन आज उसे 10 जनवरी 2019 तक के लिए टाल दिया गया।