सलीम मस्जिद जाते वक्त मंदिर पर हमला करने के लिए रुका था। पूछताछ के दौरान, सलीम ने कबूल किया कि वह सिकंदराबाद के एक होटल में ठहरा हुआ था और वहीं से मस्जिद जा रहा था।
डासना मंदिर पर हमले की पूरी प्लानिंग की गई थी। इसके लिए बुजुर्गों को पीस कमेटी की बैठक में भेज, इस्लामी कट्टरपंथियों को डासना मंदिर पर हमले के लिए भेजा गया।
शोपियाँ के उपायुक्त (डीसी) मोहम्मद शाहिद सलीम डार ने खुद अर्धनारीश्वर मंदिर का दौरा किया। उन्होंने इस मौके को एक नए युग की शुरुआत बताया, जो शांति और समृद्धि की दिशा में एक बड़ा कदम है।