Sunday, November 17, 2024

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1984 सिख दंगा

दिल्ली कॉन्ग्रेस की टीम में सिख विरोधी दंगों के आरोपित जगदीश टाइटलर को जगह, सोनिया गाँधी ने किया नियुक्त

1984 के सिख विरोधी दंगों के आरोपित जगदीश टाइटलर को प्रदेश कॉन्ग्रेस कमिटी में स्थायी सदस्य के तौर पर जगह दी गई है। सोनिया गाँधी ने उनकी नियुक्ति की है।

‘VIP नहीं हो’ – 1984 में सिखों की हत्या के जिम्मेदार सज्जन कुमार की जमानत याचिका खारिज, कोर्ट का कड़ा कमेंट

सुप्रीम कोर्ट ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के दोषी सज्जन कुमार की जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा कि उनकी मेडिकल कंडीशन स्थिर है।

1984 सिख विरोधी दंगा पीड़ितों के लिए मोदी सरकार का पैकेज, मृतकों के आश्रितों को ₹3.50 लाख

केंद्र की मोदी सरकार ने 1984 के सिख दंगा पीड़ितों के लिए पुनर्वास पैकेज की घोषणा की है। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने लोकसभा में यह जानकारी दी।

जब दंगाइयों के सामने दीवार बन गए यशपाल शर्मा और चेतन चौहान: 1984 में ऐसे बचाई सिद्धू, योगराज जैसे सिख क्रिकेटरों की जान

इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद जब दंगाइयों ने क्रिकेट टीम के सिख खिलाड़ियों को निशाना बनाना चाहा, तो चेतन चौहान और यशपाल शर्मा आगे खड़े हो गए।

राजीव गाँधी के आदेश पर कॉन्ग्रेसियों ने किया था 1984 का सिख नरसंहार: पूर्व DGP का खुलासा और वीडियो की सच्चाई

इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद हुए 1984 सिख नरसंहार के बारे में राजीव गाँधी ने कहा था कि जब भी कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती थोड़ी हिलती है।

जब ट्रेन की सीट के नीचे छिप गए थे सिद्धू और सभी सिख खिलाड़ी… चेतन चौहान ने दंगाई भीड़ से बचाई थी जान

पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान की ऐसी कहानी, जब उन्होंने सिख दंगों के दौरान नवजोत सिंह सिद्धू समेत सिख खिलाड़ियों को दंगाइयों से बचाया था।

कॉन्ग्रेस का सन्देश है कि जो गाँधी परिवार के खिलाफ बोलेगा उसे प्रताड़ित किया जाएगा: तजिंदर बग्गा

तजिंदर बग्गा ने पूछा कि अगर सिख नरसंहार में राजीव गाँधी का हाथ नहीं होता तो इसमें शामिल लोगों को मंत्रिपद देकर क्यों नवाजा जाता?

जिनके हाथ सिखों के ख़ून से रंगे हैं, वो अमित शाह का इस्तीफा माँग रहे: जावड़ेकर का सोनिया को जवाब

जावड़ेकर ने विपक्षी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि अभी हिंसा समाप्त हो रही है, लोग जख्मी हैं और अस्पतालों में भर्ती हैं और अभी जाँच की शुरुआत हुई है। ऐसे में सभी पार्टियों का कर्तव्य होता है कि शांति स्थापित हो, सरकार पर दोषारोपण करना बहुत गन्दी राजनीति है।

1984 दंगाः सिख यात्रियों को ट्रेनों से घसीटकर मारा गया, पुलिस तमाशबीन बनी रही, SIT रिपोर्ट

SIT की रिपोर्ट में कहा गया कि ट्रेन में सफर कर रहे सिख यात्रियों की ट्रेन और रेलवे स्टेशनों पर हमला करने वाले लोगों द्वारा हत्या किए जाने के पाँच मामले थे।

‘राजीव गाँधी से तत्काल वापस लिए जाएँ भारत रत्न, 1984 में सेना बुलाई होती तो न होतीं हजारों सिखों की हत्याएँ’

सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का बयान भी इस आरोप की पुष्टि करता है कि अगर राजीव गाँधी ने कॉन्ग्रेस नेताओं के नेतृत्व में किए जा रहे दंगे को रोकने के लिए सेना को बुलाने की अपील पर ध्यान दिया होता तो 1984 के सिख नरसंहार को रोका जा सकता था।

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